Jobs Recruitment: आजकल युवाओं के लिए नौकरी की तलाश एक बड़ी चुनौती बन गई है। डिजिटल युग में तकनीकी जानकारी की भूमिका अहम हो गई है। कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, वेब डेवलपमेंट, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग जैसी तकनीकी क्षेत्रों में डिग्री हासिल करना नौकरी पाने में मदद कर सकता है। इसके बावजूद भी बेरोजगार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
नौकरी के अवसरों में 10% की वृद्धिभारत में नौकरी के अवसरों में 10% की वृद्धि के साथ नौकरी बाजार में उछाल देखा जा रहा है। यह वृद्धि केवल पारंपरिक क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों तक फैली हुई है। रोजगार के अवसरों में उछाल विशेष रूप से तेल और गैस, स्वास्थ्य सेवा, फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जैसे उद्योगों में स्पष्ट है।
कंपनियों को बढ़ाने हैं कर्मचारीfreepik.com
नौकरी के अवसरों में यह विस्तार देश के मजबूत आर्थिक स्वास्थ्य और तकनीकी को बताता है। भारत का विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अक्टूबर में 57.5 पर पहुंच गया, जो पिछले महीने 56.5 था। यह उछाल नए ऑर्डर और अंतरराष्ट्रीय बिक्री में वृद्धि के कारण है, जिससे कंपनियों को अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कई क्षेत्रों में नौकरियों की बढ़ रही है मांगइस क्षेत्र में रोजगार में वृद्धि के साथ-साथ कच्चे माल और उत्पादन की लागत में भी वृद्धि हुई है, जो इस क्षेत्र की वृद्धि और अर्थव्यवस्था के समग्र सुधार में इसके योगदान को बताता है। जॉबस्पीक इंडेक्स एआई और एमएल जैसे उभरते क्षेत्रों में नौकरियों की बढ़ती मांग को उजागर करता है, जो अधिक तकनीकी रूप से संचालित रोजगार की ओर बदलाव का संकेत देता है।
त्यौहारी सीजन लेकर आया है खुशखबरीfreepik.com
पिछले एक दशक में इन क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने में ऐसे उपायों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। त्यौहारी सीजन सिर्फ जश्न ही नहीं लेकर आया है; यह अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित हुआ है, अकेले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने 1 लाख करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। इसके अलावा छठ पूजा उत्सव से आर्थिक गतिविधि को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिसमें 15 करोड़ लोगों की भागीदारी के माध्यम से 12,000 करोड़ रुपये का योगदान होगा।
4.5 लाख से अधिक कारें बेचे जाने की उम्मीदऑटोमोटिव उद्योग को भी लाभ होने वाला है, अनुमान है कि अक्टूबर में 4.5 लाख से अधिक कारें बेची जा सकती हैं, जिससे सरकार की आय और अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा आगामी शादी के मौसम में देश भर में 48 लाख शादियां होने का अनुमान है, जिसमें 6 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च होगा, जो सांस्कृतिक और उत्सव के आयोजनों के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।
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