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ईआरसीपी का एमओयू सार्वजनिक करो, हमारा हक मध्यप्रदेश को दिया : पायलट

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दाैसा। कांग्रेस महासचिव और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पेपर लीक और पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के बारे में कहते थे कि बड़ी मछलियों को पकड़ेंगे, लेकिन 11 महीने में कौन सा मगरमच्छ पकड़ लिया, यह बात भी बतानी चाहिए। वे रविवार काे दौसा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा- हम बोलते थे और सरकार किसी की भी हो मजबूती से बात रखनी चाहिए। नौजवानों का भविष्य खराब होगा तो खुलकर बोलना चाहिए। मैंने कई बार मुद्दे उठाए और बाकी लोग भी बोलते थे, लेकिन आज नहीं बोल रहे। उन्होंने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर भाजपा के लोग बड़े-बड़े दावे कर एमओयू के नाम पर जनता को भ्रमित कर रही है। यदि वास्तव में सही एमओयू किया है तो उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए। जिससे जनता को पता चले कि आखिरकार क्या समझौता हुआ है। हमारा हक मध्य प्रदेश को देकर आ गए। समझौते की कॉपी किसी के पास नहीं है कि उसमें क्या लिखा है। मैं सरकार को चैलेंज के साथ कहना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश के साथ समझौता हुआ है, उसे अखबार में छपवाओ, जिससे जनता को पता चले कि उसमें सच्चाई कितनी है।

पायलट ने कहा कि इस सरकार में अफसर हावी हैं और सत्ता के कई बड़े केंद्र बने हुए हैं। आपस में ब्लैकमेल करने व धमकी देने जैसे कई काम किए जा रहे हैं। सरकार कुछ बोल रही है और संगठन कुछ अलग ही बोल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला जा रहा है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह अच्छी बात नहीं है। आज देश में इंडिया गठबंधन के 230, जबकि भाजपा व सहयोगी दलों के करीब 290 सांसद हैं। यह बदलाव जनता की बदौलत आया है। देश व प्रदेश की जनता ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर भरोसा जताया है। यह उपचुनाव दो दल व विचारधाराओं का है, किसी जाति-बिरादरी का नहीं। आज मुख्यमंत्री दौसा में आए और सरकार का कोई मंत्री नहीं बचा होगा, जो प्रचार करने नहीं आया होगा। जो लोग शुरू में कहते थे डीसी बैरवा कमजोर कैंडिडेट है। आज वहीं भाजपा के लोग और पूरी सरकार यहां डेरा डाले हुए हैं। बजट में बहुत सारी घोषणा हुई, लेकिन कोई यह नहीं बता सकता कि एक भी युवा को सरकारी नौकरी मिली हो। सरकार ने 11 महीने में ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसकी बदौलत वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि दौसा कांग्रेस का गढ़ रहा है, इसलिए जीत का अंतर भी सबसे ज्यादा होना चाहिए। दौसा के लोग उसे ही वोट करेंगे जिसने दौसा को मान सम्मान व पहचान दिलाई। सभा को सांसद मुरारी लाल मीणा, पूर्व मंत्री ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, बस्सी विधायक लक्ष्मण मीणा, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया, पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला, जीआर खटाना, टोडाभीम विधायक घनश्याम महर समेत कई नेताओं ने भी संबोधित किया।

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