अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सरिस्का के नाथूसर गांव के 145 लोग तिजारा में बसेंगे, उन्हें रूंध गिदावदा में भी बसाने की योजना हैरिस्का के नाथूसर गांव के 145 लोग तिजारा में बसेंगे, उन्हें रूंध गिदावदा में भी बसाने की योजना हैसरिस्का में बाघों की बढ़ती संख्या के बीच यहां बसे गांवों के लोगों के विस्थापन की प्रक्रिया वन विभाग ने तेज कर दी है। सरिस्का में 43 बाघों में 18 शावक हैं। आने वाले सालों में टेरेटरी के चलते इन्हें जंगल की जरूरत पड़ेगी। एक नर बाघ को टेरीटेरी के लिए 50 वर्ग किमी का क्षेत्र चाहिए। 6 गांवों का विस्थापन हो तो 450 वर्ग किमी क्षेत्र और मिलेगा, जो इसके बाद यहां 50 बाघों के रहने के लिए पर्याप्त होगा।
सरिस्का टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में आने वाले 29 गांवों में से 11 गांवों की सहमति के बावजूद 5 ही गांव अभी तक पूरी तरह शिफ्ट हुए हैं। 6 गांव नाथूसर, हरिपुरा, सुकोला, कांकवाड़ी, देवरी और क्रासका का विस्थापन किया जाना है। विस्थापन के लिए नाथूसर के 245 लोगों ने सहमति जताई थी। इनमें से 100 लोग तिजारा में विस्थापित हो चुके हैं। वहीं श्राद्ध पक्ष के चलते 145 परिवार यहां से बाहर नहीं गए थे। इन परिवारों के विस्थापन के साथ ही यह प्रक्रिया फिर से शुरू होगी। मुख्य वन संरक्षक और सरिस्का बाघ परियोजना के क्षेत्र निदेशक संग्राम सिंह कटियार ने बताया कि हमने रूंध गिदावड़ा की चिह्नित जगह का प्रस्ताव बनाकर उच्च स्तर पर भेज दिया।
You may also like
मीरवाइज उमर फारूक 4 सप्ताह बाद जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज़ का करेंगे नेतृत्व
बिजनौर में कुट्टू का आटा खाकर 150 सौ से अधिक लोग हुए फूड प्वाइजनिंग का शिकार
(अपडेट) उप्र के मीरजापुर सड़क हादसे का मुख्यमंत्री याेगी ने लिया संज्ञान, अधिकारियों को दिए निर्देश
प्रधानमंत्री शनिवार को महाराष्ट्र को देंगे 56,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात