टोंक न्यूज़ डेस्क, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में मंगलवार को एक दिवसीय भेड़-बकरी और खरगोश उद्यमियों के लिए राष्ट्रीय पशुधन योजना मिशन पर केंद्रित कार्यशाला आरंभ 2.0 का आयोजन हुआ। कार्यशाला में मुख्य अतिथि केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल रहे।
इस दौरान बघेल ने कहा कि वर्तमान समय में किसानों एवं पशुपालकों को परंपरागत खेती और पशुपालन के स्थान पर नवीन तकनीक को अपनाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयास है कि किसानों की आमदनी दुगनी हो, ताकि वे आर्थिक रूप से संपन्न हो सके। यह तभी संभव है जब हम उन्नत वैज्ञानिक तकनीक एवं नस्लों का चयन करके खेती एवं पशुपालन का कार्य करेंगे। उन्होंने गाय एवं भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान के उपयोग पर जोर दिया। जिससे देश को दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ बेसहारा गौवंश से मुक्ति मिले। मंत्री बेघल ने विकसित राष्ट्र निर्माण में समान शिक्षा एवं चिकित्सा को आवश्यक बताया।
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