डॉ. शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की सीएचसी व पीएचसी में यूटीबी पर डॉक्टर लगाए जाने के बाद चिकित्सा सेवाओं में काफी सुधार हुआ था। ग्रामीणों को छोटी-मोटी बीमारी को लेकर गांव की सीएचसी या पीएचसी पर ही उपचार मिल रहा था। जिले में यूटीबी पर 21 डॉक्टर पहले से ही काम कर रहे थे। 26 डॉक्टर्स को जुलाई 2024 में लगाया गया था। इन 26 में से दो डॉक्टर ने जॉइन नहीं किया था। इसके साथ ही दो दंत रोग विशेषज्ञ भी यूटीबी पर लगाए हैं। इस हिसाब से जिले की 40 से अधिक सीएचसी व पीएचसी पर यूटीबी पर लगे 47 डॉक्टर सेवा दे रहे है। इनकी सेवा शुरू होने पर ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवा मिलने लगी।
जिले में अस्पतालों सहित सीएचसी व पीएचसी में पर्याप्त स्टाफ नहीं है। ऐसे में यूटीबी पर लगे डॉक्टरों के कारण मैन पावर की कमी खल नहीं रही थी। यूटीबी पर 47 डॉक्टरों को लगाए जाने के कारण चिकित्सा सेवा का काम सुचारू रूप से चल रहा था। इस वजह से लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल रही थी। अब छह महीने का कार्यकाल बढ़ाए जाने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को छोटी-मोटी बीमारी के उपचार के लिए शहर नहीं आने पड़ेगा।
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