कोटा न्यूज़ डेस्क, 131वें राष्ट्रीय दशहरा मेला 2024 को इस बार उद्घाटन के साथ ही जोरदार तरीके से शुरू करने के दावे तो किए गए, लेकिन इस बार भी मेला उद्घाटन के बाद औपचारिक रूप से ही चल रहा है। मेला समिति की ओर से इस बार मेले का उद्घाटन जोरदार तरीके किया गया, इसमें प्रख्यात अभिनेत्री पद्मश्री हेमामालिनी की नृत्य नाटिका दुर्गा की प्रस्तुति हुई, लेकिन मेले में 4 से 7 अक्टूबर तक रामलीला के अलावा कोई कार्यक्रम न होने के कारण मेला समिति लोगों को मेला मैदान तक लाने में सफल नहीं हो सकीं।
नहीं सजी पूरी दुकानें
मेला समिति की ओर से 3 अक्टूबर को उद्घाटन कार्यक्रम से 28 अक्टूबर तक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार तो की गई, लेकिन इसमें उद्घाटन के बाद 7 अक्टूबर तक कार्यक्रम नहीं रखे गए। कार्यक्रम न होने से मेला परिसर में गिनती के दुकानदारों ने ही दुकानें लगाई हैं। अभी 85 फीसदी से अधिक दुकानें खाली पड़ी हैं। दुकानदार 8 से 11 अक्टूबर तक दुकानें सजाने की तैयारी कर रहे हैं। लंपी रोग के चलते इस बार पशु मेला नहीं लगने से ग्रामीण व पशुपालक भी कोटा दशहरा का रुख नहीं कर रहे हैं।दशहरे मेले में उद्घाटन कार्यक्रम सफल रहा। कई दुकानदार अन्य मेलों से यहां पहुंच रहे हैं। मेले में झूले और बाजार सज रहे हैं। दुकानों को आवंटन कर दिया गया है। मेले में इस वर्ष अभिनव प्रयोग के तौर पर विकसित किए जा रहे स्थल भी कुछ दिन में तैयार हो जाएंगे।
मेले के आकर्षण भी अधूरे
200 तरह की मछलियां व जलीय जंतुओं को देखने के लिए अंडर वाटर टनल अभी तक तैयार नहीं हो सकी है। बाबा अमरनाथ की गुफा का काम भी अभी काफी बाकी है। माइनस 5 डिग्री में कश्मीर की वादियों को दिखाने के लिए की जा रही तैयारी पूरी होने में पांच से छह दिन और लगेंगे। श्रीरामलला के विग्रह के दर्शन के लिए निर्माण पूरा होने में भी अभी समय है। यह सभी निर्माण कार्य रावण दहन के आसपास ही पूरे होंगे।