सीकर न्यूज़ डेस्क, विश्व प्रसिद्ध सीकर जिले के खाटूश्याम कस्बे का बाबा श्याम मंदिर 6 नवंबर को रात 10 बजे से अगले 19 घंटे तक बंद रहेगा. श्री श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने एक लेटर जारी करते हुए यह जानकारी दी है. इसमें बताया गया है कि बाबा श्याम की विशेष सेवा पूजा और तिलक श्रृंगार के कारण मंदिर के पट 6 नवंबर रात 10 बजे से 7 नवंबर शाम 5 बजे तक आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे. 7 नवंबर शाम 5 बजे के बाद बाबा श्याम के मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. इसके बाद ही भक्त बाबा श्याम का दीदार कर सकेंगे. मंदिर कमेटी ने श्याम श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा है कि मंदिर खुलने के बाद ही खाटू श्याम जी मंदिर बाबा श्याम दर्शन के लिए पहुंचें.
7 दिन बाद होगा विशेष श्रृंगार
बाबा खाटू श्याम जी का तिलक श्रृंगार काली अमावस्या के बाद उतार दिया जाता है. उसके बाद 7 दिन तक बाबा श्याम मूल रूप यानी शालिग्राम के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं. सात दिन बाद बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाता है. बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार होने के कारण बाबा श्याम के मंदिर के कपाट 19 घंटे के लिए आम दर्शनों के लिए बंद किए जाते हैं. इसी के तहत 6 नवंबर को रात 10:00 बजे से 7 नवंबर शाम 5:00 बजे तक बाबा श्याम के मंदिर के कपाट बंद रहेंगे. दिवाली को अमावस्या होने के कारण 30 अक्टूबर की रात 10:00 बजे से 31 अक्टूबर शाम 5:00 बजे तक बाबा श्याम के तिलक और श्रृंगार के लिए मंदिर के पट बंद किए गए थे. दिवाली पर हुए तिलक श्रृंगार के सात दिन बाद अब बाबा की विशेष सेवा पूजा और तिलक श्रृंगार के लिए मंदिर के कपाट बंद किया जाएंगे.
1 महीने में 2 रूपों के दर्शन
बाबा श्याम अपने भक्तों को महीने में दो रूप में दर्शन देते हैं. कृष्ण पक्ष में श्याम वर्ण (पीला रंग) में और शुक्ल पक्ष में पूर्ण शालिग्राम (काला रंग) के रूप में नजर आते हैं. बाबा श्याम महीने में 23 दिन श्याम वर्ण (पीला रंग) में रहते हैं. इसके बाद अमावस्या के दिन विभिन्न प्रकार के द्रव्यों से बाबा का अभिषेक किया जाता है. इससे प्रतिमा अपने मूल रूप यानी शालिग्राम (काला रंग) में नजर आने लगती है. इस तरह से शुक्ल पक्ष के सात दिन बाबा श्याम इसी रूप में रहते हैं. सात दिन बाद फिर बाबा श्याम के श्रृंगार से यह रूप बदलता है.
रोजना 5 बार होती है आरती
बाबा खाटूश्याम की प्रतिदिन 5 बार आरती होती है, जिसमें बाबा श्याम की मंगला आरती सुबह 5:30 बजे, श्रृंगार आरती सुबह 8 बजे, भोग आरती दोपहर: 12:30 बजे, संध्या आरती शाम 6:30 बजे और शयन आरती रात्रि 9 बजे होती है.
You may also like
अब एलएमवी का ड्राइविंग लाइसेंस रखने वाला व्यक्ति भी चला सकेगा इतने वजन वाला परिवहन वाहन, Supreme Court ने सुनाया ये फैसला
“भूल जाइए कि आपको VIP ट्रीटमेंट मिलेगा”- पूर्व क्रिकेटर ने दी विराट और रोहित को रणजी खेलने की सलाह
Donald Trump: 19 गोल्फ कोर्स, लग्जरी कारें, अलग अलग देशों में सम्पत्तियाँ, ट्रंप की कुल संपत्ति जानकर पैरो तले खिसक जाएगी जमीन
AUS vs PAK 2nd ODI Dream11 Prediction: पैट कमिंस या मोहम्मद रिज़वान, किसे बनाएं कप्तान? यहां देखें Fantasy Team
Trump Vs Harris: डोनाल्ड ट्रंप ने पलट दी बाजी, स्विंग स्टेट बने कमला की हार की वजह...जानिए 10 बड़ी बातें