झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू नगर परिषद सभापति नगमा बानो ने डीएलबी की ओर से मिले नोटिस का जवाब भेज दिया है। उन्होंने मंगलवार पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके खिलाफ नोटिस की कार्यवाही राजनीतिक द्वेषता से परिपूर्ण है, इसी आधार पर शिकायत की गई है। उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। नगमा ने कहा कि 60 में से 53 पार्षदों के बहुमत से वह सभापति बनी हैं। लोकसभा, विधानसभा चुनाव भाजपा हार गई। अब विधानसभा उप चुनाव के लिए विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं हैं। इसलिए बौखलाहट में इस तरह की कार्यवाही की जा रही है। नगमा ने कहा कि उन पर सरकारी वाहन के दुरुपयोग और अवैध निर्माण के लगे आरोप बेबुनियाद हैं।
हमारे पास अच्छी टीम है
निलंबन की आशंकाओं के बीच भारतीय जनता पार्टी की तरफ से संभावित सभापति के नाम सामने आने को लेकर उन्होंने कहा कि उन सबको नमस्कार है। सभापति के पास पार्षदों की अच्छी टीम है और शहर में बेहतर विकास कार्य कराया है। हमारा विकास कार्य बोल रहा है। इसके लिए हमें गवाही देने की जरूरत नहीं है।
नौ महीने के दौरान काम रोके गए
उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन के बाद विकास कार्यों के लिए जितनी भी एनआइटी लगाई और वर्क ऑर्डर जारी किए, उनपर रोक लगा दी गई। काम को रोकने के लिए नगर परिषद में अधिकारी-कर्मचारियों पर दबाव बनाया तो उन्होंने काम करना बंद कर दिया। शहर में बरसात के चलते लाइटों व सफाई की स्थिति खराब हुई तो उन्होंने एनआईटी लगाई, उसे रोक दिया गया। इन्होंने जितने प्रयास करने थे कर लिए। लेकिन ये लोग सफल नहीं हो सके।
डर कर काम कर रहे अधिकारी-कर्मचारी
उन्होंने कहा कि हमारी हार हुई नहीं कि विपक्षियों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया। सत्ता परिवर्तन होने के बाद अधिकारी और कर्मचारी भी दबाव में डरते हुए काम कर रहे हैं। नगर परिषद में ऐसे लोगों का बोलबाला हो गया है, जिनका नगर परिषद से कोई लेना-देना नहीं है।