कोटा न्यूज़ डेस्क, कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान केशवराय का दरबार गुरुवार रात रोशनी से जगमगा उठा। चंबल तट से केशव मंदिर तक की गई सजावट दूर-दूर से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। 15 दिवसीय मेले का भी विधिवत शुभारंभ हो गया है। गंगा की ओर पूर्व दिशा में बहने वाली पवित्र चर्मण्यवती चंबल नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर प्रातः 2.30 बजे शंखनाद के साथ पावन कार्तिक स्नान प्रारंभ हो गया। प्रदेश समेत देशभर से श्रद्धालु केशवनगरी पहुंच रहे हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिस तैनात की गई है। मंदिर परिसर में दर्शन के समय पुलिस बल के साथ सादे कपड़ों में भी पुलिस तैनात की गई है।
मध्य प्रदेश के मांडू से शुरू होकर राजस्थान होते हुए यूपी के इटावा तक जाने वाली चंबल नदी तीन राज्यों में 960 किमी का सफर तय करती है। इसमें धार्मिक नगरी केप्टन में पूर्व दिशा में बहने के कारण चंबल को धार्मिक शास्त्रों में गंगा मैया के समान दर्जा दिया गया है। नदी तट पर 100 फीट ऊंचे टीले पर विष्णु अवतार भगवान श्री केशवदेव का मंदिर है। कार्तिक पूर्णिमा पर पूरे प्रदेश से डेढ़ से दो लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर भगवान श्री केशव के दर्शन करते हैं। बैकुंठ चतुर्दशी गुरुवार को होने के कारण श्रद्धालुओं ने पूरे दिन पवित्र स्नान कर भगवान श्री केशवदेव के दर्शन का लाभ उठाया।
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