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Bundi शिक्षक की हत्या से नाराज मीणा समाज ने कलेक्ट्रेट के बाहर लगाया जाम

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बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी युवा शिक्षक मनीष मीणा की चाकू मारकर की गई हत्या के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। मीणा समाजबंधुओं ने बदमाशों पर सख्त कार्रवाई करने और 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। नाराज लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों व पुलिस अधिकारियों के बीच कई बार तकरार की नौबत आई। समाजबंधुओं ने कोटा रोड पर बैठकर जाम लगा दिया।वे उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। एसडीएम वार्ता के लिए आई, लेकिन वे संतुष्ट नहीं हुए। बाद में एडीएम आए और वार्ता की। इसके बाद जाम हटाया गया। पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है। बाकी आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश जारी है।

शिक्षक मनीष की हत्या के बाद मीणा समाज के लोग, ग्रामीण व जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे। रात को भी मुख्य सड़क पर जाम लगाया था। एसपी ने सुबह तक हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया तो जाम हटाया गया। सुबह 8 बजे तक भी आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होने पर युवाओं का गुस्सा बढ़ गया। वे मौके पर एसपी व कलेक्टर को बुलाने की मांग करने लगे। एएसपी उमा शर्मा, एसडीएम एचडी सिंह ने समझाइश का प्रयास कियाबूंदी में होनहार युवा शिक्षक मनीष मीणा की हत्या से व्यथित हूं। मैंने परिजनों से बात की और कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। बूंदी एसपी से भी बातचीत कर आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। - मदन दिलावर, शिक्षा मंत्री प्रदर्शन में इनकी रही मौजूदगी प्रदर्शन के दौरान महावीर मीणा, रामेश्वर मीणा, आनंदीलाल मीणा, रामेश्वर मीणा, सत्येश शर्मा, शैलेश सोनी, श्योजी धगाल, घासीलाल गुर्जर, हेमराज मीणा, जयप्रकाश मीणा, रामदत्त मीणा, हरिप्रसाद कंवरिया, लोकेश मीणा, सरपंच राधेश्याम मीणा जोधराज मीणा सहित बड़ी संख्या में युवा व ग्रामीण मौजूद रहे।

अस्पताल परिसर में भीड़ बढ़ रही थी। इस दौरान कानून व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस ने भी अस्पताल परिसर को छावनी बना दिया। डीएसपी अरुण कुमार, हिंडौली डीएसपी अजीत मेघवंशी, एसटी-एससी सेल के डीएसपी बाबूलाल, कोतवाली, सदर, तालेड़ा, हिंडौली, नमाना, बसोली, गेंडौली, रायथल के थानाप्रभारी व जाब्ता तैनात रहा। अस्पताल में विधायक हरिमोहन शर्मा भी पहुंचे। कलेक्टर व एसपी नहीं आए तो सवा 11 बजे अस्पताल में मौजूद भीड़ उग्र हो गई। सभी एकजुट होकर कलेक्ट्रेट के सामने कोटा रोड पर पहुंचे। पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। रोडवेज बसों व अन्य वाहनों को रोक दिया और सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक गहमा-गहमी का माहौल रहा। कलेक्टर व एसपी नहीं आए तो वहां मौजूद पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को चेताया कि 1 घंटे में अधिकारी नहीं आए तो बाजार बंद करवाएंगे। इसके बाद एसडीएम वार्ता के लिए पहुंची, पर सफलता नहीं मिली। इसके बाद एडीएम सुदर्शन तोमर, एएसपी उमा शर्मा, एसडीएम एचडी सिंह वार्ता के लिए पहुंचे। एडीएम ने भरोसा दिलाया कि परिवार को मांग के अनुरूप सहायता राशि दिलाई जाएगी। सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे। वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और मामला केस ऑफिसर स्कीम में लिया जाएगा।

घटना के बाद से ही आरोपियों की तलाश के लिए टीम लगा दी थी। कुछ संदिग्ध बदमाश पकड़े हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा । -राजेंद्रकुमार मीणा, एसपीशिक्षक मनीष की मां गायत्री बाई ने बताया कि गांव में ही मेहनत मजदूरी कर बेटे को पढ़ाया था। वह बीएसटीसी से ग्रेड थर्ड में शिक्षक पद पर लगा था। पढ़ाई में भी काफी इंटेलिजेंट था। हमारे बेटे ने बीएसटीसी में जिले में टॉप किया था। शिक्षा विभाग ने भी मनीष को मनपसंद के स्कूल नमाना ब्लॉक के सोंधिया की झोपड़िया में लगाया गया था। पिता घर पर ही रह रहे हैं।मनीष ही परिवार का खर्च चलाता था। दीपावली की छुट्टियों में बूंदी से गांव गया था। मई 2022 में शिक्षक पद पर नियुक्ति हुई थी। मृतक के मौसा उदयलाल ने बताया कि मनीष ने 8 साल तक देवपुरा में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई की। दीपावली की रामाश्यामी करने आया था। रात को कमरे में रुक गया था।

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