जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की जिम्मेदारी कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर परियोजना का अंतिम छोर और जोन जैसलमेर है. यही कारण है कि अंतिम छोर पर बैठे जैसलमेर के किसानों के साथ हर बार सौतेला व्यवहार होता है, क्योंकि जैसलमेर के नहरी क्षेत्र में बैठे किसान की आवाज कोई नहीं उठाता. उनके हक का पानी हर बार उन तक नहीं पहुंच पाता है. इसी समस्या के समाधान के लिए सोमवार को बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय में इंदिरा गांधी नहर रेगुलेशन कमेटी के बैठक में शामिल हुए.
सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की सप्लाई हो
बैठक में उम्मेदाराम बेनीवाल ने संसदीय क्षेत्र के जैसलमेर जिले के मोहनगढ-रामगढ सहित नहरी क्षेत्र में किसानों की सिंचाई के पानी की पर्याप्त सप्लाई नहीं होने, उनके हक का पानी नहीं मिलने और समय पर नहर की सफाई नहीं होने जैसी कई समस्याओं पर चर्चा की.
पानी नहीं मिलने पर किसान करेंगे आंदोलन
बेनीवाल ने कहा, "जैसलमेर जिले के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी समय पर नहीं मिलने पर फसलें खराब हो जाती हैं, इसलिए किसानों को उनक हक का पानी सिंचाई के लिए समय पर मिलना चाहिए, जिससे किसानों की फसलें खराब ना हों, और आर्थिक नुकसान न हो. किसानों को अक्तूबर में 4 में से 2 समूह पानी की मांग की है, अगर मांग पूरी नहीं होगी और किसानों को उनके हक का पूरा पानी नहीं मिलेगा, तो किसान आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा."
पीने के पानी की भी होती है समस्या
सांसद बेनीवाल ने बैठक में अधिकारियों के साथ चर्चा की. उन्होंने कहा मेरे संसदीय क्षेत्र के बाड़मेर-जैसलमेर जिले को इंदिरा गांधी नहर परियोजना से पेयजल योजना के अंतर्गत पेयजल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिले, जिससे आम जनता को पेयजल के संकट का सामना नहीं करना पड़े.
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