उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर के गोगुंदा से करीब पांच किलोमीटर दूर एक गांव में बुधवार सुबह एक लेपर्ड वहां लगे पिंजरे में फंस गया। बाद में लेपर्ड को उदयपुर लाया गया। यहां एक दिन पहले ही लेपर्ड ने भेड़ों का शिकार किया था।गोगुंदा क्षेत्र के चाटिया खेड़ी ग्राम पंचायत के घरावण नई बस्ती के पास लगाए पिंजरे में लेपर्ड फंस गया। आज सुबह करीब 6 बजे जब ग्रामीण उधर से गुजर रहे थे तो पिंजरे में लेपर्ड के होने का अहसास हुआ और नजदीक देखा तो लेपर्ड पिंजरे में फंस गया था। बाद में वन विभाग को सूचित किया गया।
इस बीच जहां पिंजरा लगा वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। गांव के लोगों और बच्चे वहां जुट गए और पिंजरे के पास लेपर्ड देख रहे थे। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर सबसे पहले लोगों की भीड़ को वहां से दूर किया। करीब साढ़े नौ बजे वन विभाग की टीम पिंजरे में आए दो साल की मादा लेपर्ड को उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क के लिए लेकर रवाना हुई।बता दें कि यहां पर मंगलवार को घरावण नया बस्ती के समीप एक बाड़े में घुसे लेपर्ड ने जेताराम गायरी की दो भेड़ों का शिकार कर लिया था। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए और लेपर्ड के लगातार मूवमेंट पर नाराजगी जताई। वहां करीब 20 घरों की बस्ती है।सूचना मिलने पर बाद में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मांग पर वहां घटना के बाद शाम तक पिंजरा लगा दिया जिसमें आज सुबह ही लेपर्ड फंस गया।
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