हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, जिले की पहली यूनिवर्सिटी श्री खुशालदास विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं तकनीकी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने 2018 में विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर 2023 तक के पीएचडी, एम फील, डिप्लोमा, यूजी व पीजी सहित विभिन्न कोर्स के करीब 240 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।
इस अवसर डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार ने नीति बनाकर निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने का काम किया है। राज्य में सरकारी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के विस्तार के लिए ही निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय खोले गए हैं। प्रदेश में 25 से अधिक सरकारी वित्त पोषित विश्वविद्यालय एवं 53 निजी विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनके अलावा प्रदेश में विश्व प्रसिद्ध केन्द्रशासित संस्थाएं संचालित हैं। डॉ. बैरवा ने कहा कि प्राचीन काल से भारत में ज्ञान की परंपरा रही है।
इस परंपरा ने न केवल विश्व को प्रभावित किया है, बल्कि दुनिया के विद्वानों ने भारत के धर्म, ज्ञान, अध्यात्म एवं दर्शन से बहुत कुछ प्राप्त कर अपने-अपने देश को समृद्ध किया है। नई शिक्षा नीति की तरफ ध्यान आकर्षित करवाते हुए डॉ. बैरवा ने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना, सभी के लिए आजीवन सीखने का अवसर पैदा करना एवं शिक्षा से रोजगार को जोड़ना नई शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में अनियमितता की शिकायत प्राप्त होती है तो बड़ा दुख होता है। इससे शासन के साथ-साथ समाज को भी पीड़ा होती है। हमें अपने कर्तव्यों का पालन करने की आवश्यकता है। दीक्षांत समारोह के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा की ओर से विश्वविद्यालय प्रांगण में निर्मित सरदार वल्लभ भाई पटेल भवन का लोकार्पण किया गया।
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