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Tonk में न्यायिक अधिकारियों ने वृद्धाश्रम का किया दौरा

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टोंक न्यूज़ डेस्क, जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से बाल विवाह के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत विधिक सेवा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को प्राधिकरण सचिव एवं अपर जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार जलुथरिया ने निवाई स्थित योगेश शैक्षणिक पुनर्वास एवं शोध संस्थान एवं वृद्धाश्रम में विधिक जागरूकता शिविर के तहत आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने वृद्धाश्रम का निरीक्षण भी किया। प्राधिकरण सचिव जलुथरिया ने बताया कि मौलाना आजाद देश के प्रथम शिक्षा मंत्री थे और उनके कार्यकाल में विभिन्न साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी आदि की स्थापना भी हुई।

सचिव ने बताया कि किस प्रकार बाल विवाह से बालक-बालिकाओं के मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है और दोनों ही बेरोजगारी व गरीबी के जाल में फंस जाते हैं। सचिव ने विधिक सेवा सप्ताह के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन भारत के प्रत्येक वंचित नागरिक को यह अहसास कराने के लिए किया जाता है कि उसे भी कानूनी सहायता पाने का अधिकार है, चाहे वह किसी भी सामाजिक, आर्थिक, सामाजिक व जाति वर्ग से संबंध रखता हो। योगेश मूक बधिर संस्थान निवाई में नालसा (मानसिक रूप से बीमार एवं मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाएं) योजना, 2015 के बारे में जानकारी दी गई तथा बच्चों से बात की गई।

वही वृद्धाश्रम में वरिष्ठ नागरिकों के लिए जागरूकता मॉड्यूल के बारे में जानकारी देकर भोजन की गुणवत्ता एवं चिकित्सा उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली गई तथा संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसी प्रकार टोंक आदर्श नगर स्थित सोल्जर पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल में शिक्षा दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया तथा शिविर में सहायक एलएडीसी पंकज कुमावत ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना तथा समाज के हर वर्ग को शिक्षा के महत्व से अवगत कराना है।

विवाद समाधान प्रक्रियाओं के बारे में बताया गया

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव दिनेश कुमार जलूथरिया ने टोंक के एक निजी महाविद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कर उपस्थित लोगों को विधिक सेवा का अर्थ, विधिक सेवा का महत्व, आमजन में विधिक सेवा की उपयोगिता के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने वैकल्पिक विवाद समाधान जैसी प्रक्रियाओं के बारे में भी बताया। बाल विवाह के दुष्परिणामों, अधिनियम तथा नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 के बारे में भी जानकारी दी गई।

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