कोटा न्यूज़ डेस्क, देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के जनवरी सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। पिछले 14 दिनों में सिर्फ 5 लाख 10 हजार विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। आवेदन की अंतिम तिथि 22 नवंबर है। पिछले साल पहले सत्र के लिए 12 लाख 21 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। काउंसलिंग विशेषज्ञ अमित आहूजा ने बताया कि इस साल आवेदन प्रक्रिया की गति काफी धीमी है। हजारों विद्यार्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि इस साल पहली बार जेईई-मेन आवेदन के दौरान ओबीसी और ईडब्ल्यूएस विद्यार्थियों से कैटेगरी सर्टिफिकेट आईडी और जारी करने की तारीख के साथ ही सर्टिफिकेट जारी करने वाले अधिकारी का नाम भी मांगा गया है। अगर कैटेगरी आवेदन में इन प्रतिबंधों में ढील नहीं दी गई तो विद्यार्थी कैटेगरी का होते हुए भी सामान्य श्रेणी में आवेदन करने को मजबूर होगा।
आईआईटी-एनआईटी में दाखिले के समय चालू वर्ष के 1 अप्रैल के बाद जारी ओबीसी ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का सर्टिफिकेट ही मान्य होता है। ऐसे में इस सत्र में भी दाखिले के लिए 1 अप्रैल 2025 के बाद जारी सर्टिफिकेट ही मान्य होगा। इसको देखते हुए आवेदन में मांगी गई ओबीसी और ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र की जानकारी महज औपचारिकता मात्र है, क्योंकि इन सभी छात्रों को काउंसलिंग के दौरान अपना नया प्रमाण पत्र बनवाना होगा। बिना यह जानकारी दिए आवेदन नहीं किए जा रहे हैं। ऐसे में ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्र बड़ी परेशानी में हैं। छात्रों के सामने चुनौती यह है कि आवेदन करने से पहले उन्हें अपना प्रमाण पत्र बनवाना होगा। अन्यथा बिना प्रमाण पत्र के आवेदन संभव नहीं होगा, जबकि पिछले सालों में छात्रों को सिर्फ अपनी कैटेगरी भरनी होती थी।
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