टोंक न्यूज़ डेस्क, सरकार ने पशुपालकों को बड़ी राहत दी है। अब पशुपालकों के बीमार पशुओं का उपचार घर बैठे ही सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके लिए बुधवार को जिला प्रमुख सरोज नरेश बंसल ने पशुपालन कार्यालय से मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई कॉल सेंटर 1962 का शुभारंभ किया। साथ ही जिला प्रमुख ने बीमार पशु के उपचार के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला प्रमुख ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की संवेदनशीलता के चलते अब पशुपालकों के बीमार पशुओं का निशुल्क उपचार उनके घर बैठे ही उपलब्ध हो सकेगा। खुशहाल पशुपालक, समृद्ध राजस्थान के तहत बीमार पशुओं के निशुल्क उपचार के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई शुरू की गई है। पशुपालकों को यह सुविधा सुबह 8.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक मिलेगी। इस दौरान पशुपालक कॉल सेंटर पर सम्पर्क कर अपने पशुओं का उपचार करा सकते हैं।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. छोटू लाल बैरवा ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के अधिकारियों के सहयोग से जिले के सभी ब्लॉक स्तर पर उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि जिले में 11 सचल पशु चिकित्सा इकाइयां संचालित हैं। इस दौरान संयुक्त निदेशक ने सचल चिकित्सा वाहन द्वारा दी जाने वाली विभिन्न पशु चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सचल वाहन में हर समय पशु चिकित्सक एवं पशुधन सहायक तैनात रहेंगे। पशु चिकित्सा वाहन में आवश्यक दवाइयां एवं सभी प्रकार की शल्य चिकित्सा वस्तुएं मौजूद रहेंगी। पशु चिकित्सा के साथ-साथ लघु पशु शल्य चिकित्सा की सुविधा भी पशुपालकों को उनके घर पर ही उपलब्ध होगी। इस दौरान उप निदेशक डॉ. दिलीप गिदवानी, वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. चंद्रशेखर अरोड़ा, डॉ. सोनल ठाकुर, डॉ. विजय अग्रवाल, डॉ. शिवराज शर्मा, डॉ. लक्ष्मण सिंह, डॉ. अविनाश जैन, डॉ. चरण सिंह, डॉ. अशोक मीना, डॉ. सौभाग सिंह चौधरी आदि मौजूद थे।