श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है, अहंकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि अहंकार बुद्धि और ज्ञान को हर लेता है। यह उद्गार मोहर सिंह चौक, रामनगर (पुरानी आबादी) स्थित सिद्ध श्री बाबा बालकनाथ सेवा प्रन्यास के वार्षिकोत्सव पर श्री नाथ कुंज में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बुधवार को व्यासपीठ पर विराजमान कथाव्यास आरती ने व्यक्त किए।
कथाव्यास ने श्रद्धालुओं को श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग श्रवण कराया। प्रसंग में भगवान कृष्ण का जन्म होते ही कथास्थल पर मौजूद सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हो गए। श्रद्धालुओं ने केक काटा और बच्चों में खिलौने बांटे। श्रद्धालु भजन नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की... पर भक्ति में झूम उठे और एक दूसरे को श्री कृष्ण जन्म की बधाई दी।