पेड़ों की कटाई की स्वीकृत से आई थी अड़चन
एजेंसी की ओर से पिछले साल धानपुर के पास से काम शुरु किया गया, जिसमें पेड़ों की कटाई भी होनी थी। वन विभाग ने काम रुकवाया, कहा एनओसी के अभाव में काम नहीं हो सकता। इस वर्ष स्वीकृति मिली तो काम की शुरुआत जालोर शहर के आहोर चौराहे के पास से की गई और यहां पर भी दीपावली की सीजन में काम रुका जो अब तक रफ्तार नहीं पकड़ पाया।
टुकड़ों में चल रहा काम
प्रोजेक्ट में 673 पेड़ों की कटाई की एवज में पीडब्ल्यूडी की ओर से 1.33 करोड़ रुपए जमा करवाए गए। यह प्रक्रिया जुलाई अंत में पूरी हुई और उसके बाद से काम की रफ्तार धीमी है। अहम सवाल यह है जब काम जालोर शहर के भीतर से शुरु किया जाना था तो इस काम को 8 माह तक पेड़ों की कटाई का हवाला देकर क्यों रोका गया। यह काम तब भी शहर के भीतर से शुरु हो सकता था और पेड़ों की कटाई की परमिशन की प्रक्रिया का प्रोसेस भी विभागीय स्तर पर चलता रहता।
अभी दो स्तर पर दिक्कतें
1- आहोर चौराहे से लेकर कॉलेज तिराहे पर कंकरीट बिखरी पड़ी है और पास ही निर्माण सामग्री भी डंप की गई है। पानी के छिडक़ाव के अभाव में धूल के गुबार उठ रहे हैं, जिससे विजिबिलिटी भी प्रभावित हो रही है।
2. भीनमाल रोड पर तासखाना क्षेत्र से लेकर औद्योगिक क्षेत्र की तरफ सडक़ को चौड़ा करने को लेकर जेेसीबी से खुदाई का काम किया जा रहा है। मार्ग पर सुरक्षा मानकों का अभाव है। रात में मार्ग पर वाहन चालकों को दिक्कत।
फोरेस्ट क्लियरेंस के बाद काम शुरु हुआ
वन विभाग की ओर से एनओसी मिलने पर अक्टूबर माह में ही काम शुरु किया गया है। अब यह काम 11 माह में पूरा करना है, हालांकि प्रयास रहेंगा कि तय सीमा से पहले ही यह काम पूरा हो जाए।
You may also like
भाजपा जम्मू के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध-जसरोटिया
Jaipur कीमती खनिजों से 50 साल में मिलेंगे 2.65 लाख करोड़
अब लकवाग्रस्त मरीज दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगे, खुद चलाएंगे व्हीलचेयर, जानें कैसे
रामगढ़ में कड़ी सुरक्षा में होगा मतदान, 3.56 लाख वोटर डालेंगे वोट
रामगढ़ में गैरकानूनी ढंग से बालू खनन के तीन आरोपित गिरफ्तार