Top News
Next Story
NewsPoint

Jalore वन अवरोध के कारण जालोर-बगरा फोरलेन परियोजना 8 माह से बंद

Send Push
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर  बागरा फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए तमाम अड़चने दूर होने के साथ अब एक बार फिर से काम शुरु हो चुका है। यह प्रोजेक्ट एजेंसी को 11 माह में पूरा करना है, लेकिन विभाग की मानें तो सबकुछ ठीक रहा तो आगामी 5 से 7 माह में यह काम पूरा हो जाएगा और उसके बाद इस रूट पर आवाजाही आसान होगी। हालांकि शुरुआती काम की रफ्तार धीमी है और आहोर चौराहे से लेकर कॉलेज तिराहे पर सफर चुनौती से कम नहीं है। मार्ग पर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। मामले में खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृति वर्ष 2023 में मिली थी। उस समय कांगे्रस सरकार में जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर पैरवी पर ग्रेनाइट उद्यमियों की इस डिमांड पर सरकार ने 53.22 करोड़ रुपए जारी किए थे। इसके बाद इसके लिए विभिन्न स्तर पर अड़चन के बाद काम शुरु हुआ तो वन विभाग ने पेड़ों की कटाई की वैध स्वीकृति नहीं होने का हवाला देकर काम को रुकवाया। 2023 में स्वीकृत होने के बाद जारी वर्कऑर्डर के अनुसार यह काम 3 जुलाई 2024 को पूरा होना था। मामले के अनुसार यह काम अगले साल के मध्य तक पूरा होना है, हालांकि विभाग का दावा है कि उससे पहले ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा।

पेड़ों की कटाई की स्वीकृत से आई थी अड़चन

एजेंसी की ओर से पिछले साल धानपुर के पास से काम शुरु किया गया, जिसमें पेड़ों की कटाई भी होनी थी। वन विभाग ने काम रुकवाया, कहा एनओसी के अभाव में काम नहीं हो सकता। इस वर्ष स्वीकृति मिली तो काम की शुरुआत जालोर शहर के आहोर चौराहे के पास से की गई और यहां पर भी दीपावली की सीजन में काम रुका जो अब तक रफ्तार नहीं पकड़ पाया।

टुकड़ों में चल रहा काम

प्रोजेक्ट में 673 पेड़ों की कटाई की एवज में पीडब्ल्यूडी की ओर से 1.33 करोड़ रुपए जमा करवाए गए। यह प्रक्रिया जुलाई अंत में पूरी हुई और उसके बाद से काम की रफ्तार धीमी है। अहम सवाल यह है जब काम जालोर शहर के भीतर से शुरु किया जाना था तो इस काम को 8 माह तक पेड़ों की कटाई का हवाला देकर क्यों रोका गया। यह काम तब भी शहर के भीतर से शुरु हो सकता था और पेड़ों की कटाई की परमिशन की प्रक्रिया का प्रोसेस भी विभागीय स्तर पर चलता रहता।

अभी दो स्तर पर दिक्कतें

1- आहोर चौराहे से लेकर कॉलेज तिराहे पर कंकरीट बिखरी पड़ी है और पास ही निर्माण सामग्री भी डंप की गई है। पानी के छिडक़ाव के अभाव में धूल के गुबार उठ रहे हैं, जिससे विजिबिलिटी भी प्रभावित हो रही है।

2. भीनमाल रोड पर तासखाना क्षेत्र से लेकर औद्योगिक क्षेत्र की तरफ सडक़ को चौड़ा करने को लेकर जेेसीबी से खुदाई का काम किया जा रहा है। मार्ग पर सुरक्षा मानकों का अभाव है। रात में मार्ग पर वाहन चालकों को दिक्कत।

फोरेस्ट क्लियरेंस के बाद काम शुरु हुआ

वन विभाग की ओर से एनओसी मिलने पर अक्टूबर माह में ही काम शुरु किया गया है। अब यह काम 11 माह में पूरा करना है, हालांकि प्रयास रहेंगा कि तय सीमा से पहले ही यह काम पूरा हो जाए।

Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now