इस सीजन की पहली शाही यात्रा 25 सितंबर बुधवार शाम नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू हुई। आरटीडीसी की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक राजेंद्र सिंह शेखावत, ट्रेन का संचालन करने वाली निजी कंपनी ओएंडएम के प्रबंध निदेशक भगत सिंह लोहागढ़ और निदेशक प्रदीप बोहरा ने शाही ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।शाही ट्रेन के ओएंडएम निदेशक भगत सिंह लोहागढ़ ने बताया कि यह इस सीजन की पहली यात्रा है। इसकी शुरुआत दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से की गई। इसमें पर्यटकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। यहां आने वाले पर्यटकों को पारंपरिक खूबसूरती के साथ-साथ लग्जरी का अहसास भी कराया जा रहा है। ट्रेन को नए लुक में तैयार किया गया है। इस सीजन की पहली यात्रा में 32 यात्री शामिल हैं। यात्रियों में अमेरिका और ब्रिटेन से पांच-पांच, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर से दो-दो, श्रीलंका, यूक्रेन और पोलैंड से एक-एक और भारत से 12 यात्री शामिल हैं।
शाही ट्रेन (ओएंडएम) निदेशक प्रदीप बोहरा ने बताया कि इस ट्रेन में एक बार में 82 यात्री यात्रा कर सकते हैं। इस ट्रेन में एक कमरे (केबिन) का सबसे सस्ता पैकेज 12 लाख रुपये और सबसे महंगा 39 लाख रुपये का है। इस लग्जरी ट्रेन की खासियत यह है कि यह महज सात दिनों में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आठ शहरों जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा को कवर करेगी। आरटीडीसी की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक राजेंद्र सिंह शेखावत, ट्रेन का संचालन करने वाली निजी कंपनी ओएंडएम के प्रबंध निदेशक भगत सिंह लोहागढ़ और निदेशक प्रदीप बोहरा ने शाही रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
आरटीडीसी की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक राजेंद्र सिंह शेखावत, ट्रेन का संचालन करने वाली निजी कंपनी ओएंडएम के प्रबंध निदेशक भगत सिंह लोहागढ़ और निदेशक प्रदीप बोहरा ने शाही रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आरटीडीसी की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि 1982 में शुरू हुई यह ट्रेन देश की पहली हेरिटेज ट्रेन है। इस शाही को देश का सांस्कृतिक राजदूत कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। पिछले तीन माह में इस ट्रेन के लुक को बेहतर और ट्रेन के अनुभव को बेहतरीन बनाने के लिए मैकेनिकल और डिजाइन संबंधी कार्य किए गए हैं। अरोड़ा ने कहा कि इस वर्ष दिसंबर में होने वाले राइजिंग राजस्थान इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट समिट के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और आरटीडीसी चेयरमैन रवि जैन पर्यटन क्षेत्र में निवेश पर फोकस कर रहे हैं। पीपीपी मोड पर शाही ट्रेन
आरटीडीसी इस शाही ट्रेन का संचालन पीपीपी मोड पर कर रहा है। शाही ट्रेन को निजी हाथों में सौंपने के बाद इसे नया रूप दिया गया है। ट्रेन की साज-सज्जा और खान-पान की विविधता पर ध्यान दिया गया है। 41 साल से चल रही यह शाही ट्रेन विदेशी पर्यटकों को खूब पसंद आ रही है। इस ट्रेन की शुरुआत पहली बार 26 जनवरी 1982 को हुई थी। सालों से शाही ट्रेन देश-विदेश के पर्यटकों को शाही सफर का अहसास करा रही है। हर साल यह ट्रेन सितंबर के पहले बुधवार को रवाना होती है, जो अप्रैल तक चलती है। इसका रूट दिल्ली से जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा और फिर दिल्ली है।
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