बीकानेर न्यूज़ डेस्क, सरकार ने प्रदेश के तमाम निकायों में 23820 सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। 20 नवंबर को अनुभव प्रमाण पत्र आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि है। बीकानेर नगर निगम में करीब 1000 पदों के लिए सिर्फ 600 लोगों ने अनुभव प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया। मगर हैरानी की बात ये है कि अब तक करीब 98 सफाई कर्मचारियों को ही अनुभव प्रमाण पत्र दिया गया। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार इतने ही अभ्यर्थी अनुभव प्रमाण पत्र के पात्र थे। सरकार ने प्रदेश भर के नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारियों के लिए भर्ती निकाली। पिछली सरकार की तुलना में पदों की संख्या भी बढ़ाई, लेकिन साथ ही भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कड़े नियम बना दिए। भर्ती में शामिल होने के लिए एक साल सफाई करने का अनुभव होना जरूरी है। वो अनुभव प्रमाण पत्र ही अब जी का जंजाल बन गया। सरकार ने एक साल का अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कई शर्तें लगा दीं। सिर्फ उन्हीं लोगों का अनुभव प्रमाण पत्र मान्य होगा जिनका वेतन हर माह अकाउंट में आता हो या पीएफ कटता हो।
अगर ठेकेदार के मार्फत किसी एजेंसी, संस्थान या अन्यत्र काम किया और वेतन नकद मिला और पीएफ नहीं कट रहा तो निगम सर्टिफिकेट जारी नहीं करेगा। जो आवेदन जमा हुए उसमें प्राइवेट फर्मों और होटल आदि में काम करने वालों की संख्या 100 के करीब है। 100 कार्मिक नगर निगम में भी संविदा पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी एक साल पूरा नहीं हुआ इसलिए सर्टिफिकेट नहीं दिया जा सकता। ऐसे में जब अनुभव प्रमाण पत्र नहीं होंगे तो 1000 पदों पर भर्ती कैसे होगी ये अब सवाल बन गया।
बदल सकती हैं शर्तें
मंगलवार की शाम वाल्मीकि समाज और डीएलबी डायरेक्टर कुमार पाल गौतम के बीच बैठक हुई। समाज के लोगों ने सारी स्थिति बताई कि इन शर्तों के हिसाब से तो पद भरे ही नहीं जाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार आवेदन करने की तिथियों और शर्तों में एक-दो दिन में संशोधन कर सकती है।
सरकार की शर्तें
किसी सरकारी या गैर सरकारी संस्था का दिया हुआ अनुभव प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा। अनुभव प्रमाण पत्र सिर्फ नगर निगम ही जारी करेगा।
इसके लिए प्रत्येक निकाय में एक अधिकारी नियुक्त किया गया, जिसके यहां आवेदन के साथ दस्तावेज लगाने होंगे। उसकी जांच कर निगम अधिकारी प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं।
अगर आवेदक के पास दस्तावेज नहीं हैं और वह खुद को कहीं काम करता हुआ बता रहा है तो निगम संबंधित संवेदक से दस्तावेज मांग सकता है।
अगर आवेदक के चिरंजीवी, हेल्थ चेकअप, कोविड के टीकाकरण की सूची, अनुदानित राशि में पंजीकृत जैसे तमाम दस्तावेज निगम के पास हैं तो निगम उन दस्तावेजों के आधार पर भी प्रमाण पत्र जारी कर सकता है।
अगर संविदा आधार पर आवेदक ने अलग-अलग जगह अलग-अलग समय पर काम किया हो और दो से तीन टुकड़ों में मिलाकर अगर उसकी कार्य अवधि एक वर्ष हो रही तो प्रमाण पत्र जारी किया जा सकता है
सरकार ने नगर निगम में पद बढ़ाकर 2500 किए
नगर निगम बीकानेर में सफाई कर्मचारियों के अभी करीब 1950 पद स्वीकृत हैं। करीब 1450 पद भरे हुए हैं। सरकार ने यहां पद बढ़ाकर 2500 के करीब कर दिए। यानी करीब 1000 नए पदों पर भर्ती होगी। अनुभव प्रमाण पत्र की शर्त के आधार पर अगर भर्ती हुई तो 100 कार्मिक ही इस पद के योग्य होंगे। इस स्थिति में पूरे पद भरे जाने पर ही संकट खड़ा हो गया है।निगम अधिकारियों के मुताबिक सरकार अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने की अवधि बढ़ा सकती है। इसके साथ ही कुछ शर्तों में भी शिथिलता बरती जा सकती है पर वो तब जब पूरे प्रदेश में ही बीकानेर नगर निगम जैसे हालात हों। अगर सरकार ने शिथिलता बरती तो नए सिरे से आवेदन आएंगे। शिथिलता नहीं दी और इन्हीं शर्तों पर भर्ती हुई तो बीकानेर नगर निगम में पद रिक्त रहना तय है।
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