चौधरी ने बताया कि बांध से कमांड क्षेत्र के काश्तकारों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सिंचित क्षेत्र में 1 रेलनी और 3 पाण पानी की सिंचाई सुविधा मुहैया होगी। रेलणी के तहत बाई नहर 28 दिन और दाई नहर 32 दिन चलेगी। प्रथम पाण के तहत बाई नहर 26 दिन व दाई नहर 30 दिन चलेगी। द्वितीय पाण के तहत बाई नहर 26 दिन व दाई नहर 30 दिन चलेगी। ऐसे ही तृतीय और अंतिम पाण के तहत बायीं नहर 28 दिन और दायीं नहर 32 दिन चलेगी। बैठक में सर्वसम्मति से 6 नवंबर को दायीं मुख्य नहर और 8 नवंबर को बायीं मुख्य नहर खोला जाना तय हुआ। बांध का गेज 11 फीट आने पर नहरों को बंद किया जाएगा। आपसी विवाद होने पर सर्वप्रथम ग्राम पंचायत द्वारा अनुमोदित कमेटी द्वारा समाधान करवाना होगा। बैठक में राजसमंद प्रधान अरविन्द सिंह राठौड़, उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, जल संसाधन खंड के अधिशाषी अभियंता प्रतीक चौधरी, नगर परिषद अधिशाषी अभियंता तरुण बाहेती, कृषि विस्तार संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन आदि उपस्थित रहे।
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