अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर यूआईटी ग्राम ढाढोली, बहाला व सांखला में यूआईटी की नाम दर्ज करीब 31 हैक्टेयर भूमि पर आवासीय योजना विकसित करेगी। इसे लेकर बुधवार को यूआईटी ट्रस्ट की 312वीं बैठक में जिला कलेक्टर व न्यास अध्यक्ष डॉ. आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में निर्णय हुआ। कलेक्टर ने पिछली बैठक के 37 एजेंडों की समीक्षा भी की और बजट घोषणा में शामिल कंपनी बाग की पार्किंग का प्लान निरस्त करने पर अफसरों को फटकार लगाई। उन्हें कहा कि भीड़-भाड़ वाले बाजारों में ट्रैफिक भार कम करने के लिए पार्किंग के नए विकल्प तलाशें।
वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्टैंड में ही खड़ा करवाने की व्यस्था की सख्ती से पालना करें। नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि न्यू तेज टॉकिज पार्किंग में शुल्क की समीक्षा कर इसे कम कराएं। ताकि लोग वाहनों को पार्किंग में खड़ा करने के लिए हिचकें नहीं। यूआईटी सचिव धायगुडे स्नेहल नाना ने बताया कि बैठक में 34 एजेंडों पर चर्चा हुई। यूआईटी शहर में 3 बेबी केयर सेंटर विकसित करने सहित विभिन्न कार्यों पर करीब 40 करोड़ रुपए खर्च करेगी।कलेक्टर ने बैठक में आवासीय योजना की रूपरेखा तैयार करने के लिए यूआईटी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसके अलावा विभिन्न बजट घोषणाओं व एक संस्था को भूमि आवंटन का निर्णय भी हुआ। बैठक में विभिन्न बजट घोषणाओं से संबंधित निशुल्क भूमि आवंटन को लेकर निर्णय लिया गया।
यूआईटी पीएम-500 ई-बसों के लिए पार्किंग, इंफस्ट्रक्चर, शेड, कार्यालय व अन्य सुविधाओं के लिए ग्राम बहाला में 13000 वर्गमीटर भूमि, विज्ञान नगर में विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए 2 हैक्टेयर भूमि, शिवाजी पार्क में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 3500 वर्गमीटर, नगर निगम को सीएंडडी वेस्ट प्लांट लिए ग्राम अग्यारा में 18000 वर्गमीटर भूमि व नव सृजित पहाड़ी का बास ग्राम बहाला में प्राथमिक विद्यालय के लिए 1500 वर्गमीटर भूमि आवंटन करेगी। साथ ही अखिल राजस्थान जाटव महासभा समिति को बालिका छात्रावास के लिए भूमि आवंटन का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा। यूआईटी शहर के सभी पार्कों को "वेस्ट टू आर्ट’ यानी कचरे से कलात्मकता की थीम पर विकसित होंगे।
शहर में 3 साईकिल ट्रैक भी बनाए जाएंगे। इसके लिए जगह का चयन कर रिपोर्ट आगामी बैठक में रखी जाएगी। न्यास की विभिन्न योजना, गैर योजना, कृषि भूमि की आरक्षित दरों का पुनः निर्धारण होगा। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए यूआईटी सचिव की अध्यक्षता में नगर निगम आयुक्त, पीडब्ल्यूडी एसई, यूआईटी एसई व उपाधीक्षक ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त समिति गठित की गई है। समिति एक माह में रिपोर्ट पेश करेगी। पीएचईडी यूआईटी की योजनाओं में पेयजल आपूर्ति के लिए डीपीआर तैयार करेगा। वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए शहर का सर्वे किया जाएगा। इसके बाद संबंधित भूखंडधारियों को संरचना निर्माण के लिए नोटिस दिए जाएंगे। बैठक से पहले जिला कलेक्टर ने घटिया निर्माण की शिकायतों के बीच आरआर कॉलेज सर्किल के पास यूआईटी के कामों का निरीक्षण भी किया। अलवर. यूआईटी में ट्रस्ट की बैठक लेती कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला।
दरअसल शहर में कई बरसों से ट्रैफिक प्लान ही नहीं बना है। बाजारों में नो-एंट्री के बावजूद बेरोकटोक दिनभर भारी वाहन घूमते हैं। अग्रसेन चौराहे से एनईबी थाने के बीच रोड पर पैदल चलने की जगह ही नहीं छोड़ी है। अतिक्रमण और अवैध पार्किंगों के चलते सड़क पर दिन जाम रहता है। यूआईटी की अतिक्रमण निरोधक शाखा का कहीं कामकाज ही नहीं दिख रहा। अब कलेक्टर के निर्देश पर बनी कमेटी इन हालातों में सुधार का प्लान देगी।