कोटा न्यूज़ डेस्क, सिटी पार्क में बनाई गई देश की सबसे बड़ी पक्षीशाला (आइवेरी) जल्द ही देशी-विदेशी पक्षियों से आबाद होगी। इस पार्क के उद्घाटन को 13 महीने हो गए, लेकिन आइवेरी में अब तक पक्षी नहीं आए। अब वन विभाग से मंजूरी मिली है तो केडीए और पार्क का संचालन कर रही फर्म ने पक्षी लाने की प्रक्रिया तेज कर दी। केडीए के एसी रवींद्र माथुर ने बताया कि काम चल रहा है। जल्दी ही पक्षी आ जाएंगी। यहां एक्जॉटिक वर्ग में आने वाली विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को रखा जाएगा। मकाऊ पैरेट, कॉकटेल, बुग्गीज, लव बर्ड, जेबरा फिंचेस, पाइनेपल कोनरूज, डव, ह्यचीन्थ पैरेट, हैंस मकाऊ, पैरेटलेट, केनेरी, रेनबो लोरीकीट, गोल्डन तीतर, पाम कॉकटू, टूकेन, कोन्यूर बर्ड आदि पक्षी शामिल है। ये वे पक्षी हैं जो सामान्यत: किसी बाग-बगीचे में नहीं दिखाई देते हैं।
खासियत : डोम के अंदर पक्षियों के नजदीक तक जा सकेंगे दर्शक
वजन 200 मीट्रिक टन है। इसे 30 डिग्री झुकाव के साथ अंडाकार बनाया हुआ है। इसकी लंबाई 46.20 मीटर, चौड़ाई 28 मीटर और ऊंचाई 30.5 मीटर है।
पूरी आइवेरी में बारीक जाली लगी है। दर्शक आइवेरी के कुछ अंदर तक जाकर पक्षियों को नजदीक से देख सकेंगे। इसके लिए निचले हिस्से में सीढ़ियां बनाई गई हैं।
इसमें डीएमएक्स लाइटें भी हैं, जो खास इफेक्ट देती हैं। यह न केवल तरह-तरह की रोशनी देंगी, बल्कि रोशनी में ही विविध आकृतियां बनाते हुए लुभाएंगी।
विदेशी पक्षियों को अनुकूल वातावरण देने के लिए इसे ठंडा रखना पड़ेगा। इसके लिए फोकर सिस्टम लगाया था। कोटा की गर्मी देखते हुए इसे बढ़ाया जा रहा है।
आइवेरी के नीचे के हिस्से में पक्षी अस्पताल और क्वारंटीन सेंटर है। बाहर से लाए जाने वाले पक्षियों को पहले क्वारंटीन रखा जाएगा। कुछ दिन में यहां के वातावरण के अनुकूल होने पर आइवेरी में छोड़ा जाएगा।