IND vs BAN: भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की T20I सीरीज का दूसरा मैच 9 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में भारत ने तीनों विभागों में दमदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश को 86 रनों से हराया। साथ ही सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।
मुकाबले में भारत ने रिंकू सिंह और नीतीश कुमार रेड्डी के अर्धशतकों के दम पर 221 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश को 135/9 पर रोक दिया।
नीतीश कुमार रेड्डी की तूफानी पारी से हिला बांग्लादेशबांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और गेंदबाजों ने पावरप्ले में भारत को तीन झटके देकर मुश्किल में डाल दिया। हालांकि, शुरुआती झटके के बाद नितीश कुमार रेड्डी और रिंकू सिंह ने टीम के लिए आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए चौथे विकेट के लिए 108 रनों की साझेदारी की। इस बीच, नीतीश ने अपना दूसरा टी20 मैच खेलते हुए करियर का पहला अर्धशतक बनाया।
अर्धशतक के बाद भी नीतीश ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी नहीं रोकी और बड़े शॉट खेलना जारी रखा। लेकिन, वह 34 गेंदों में चार चौकों और सात छक्कों की मदद से 74 रन बनाकर आउट हो गए। नीतीश के आउट होने के बाद रिंकू सिंह ने भी अर्धशतक लगाया। वह 29 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 53 रन बनाकर पवेलियन लौटे।
हार्दिक पांडया ने कुछ बड़े शॉट्स खेले और भारत को 200 के पार पहुंचाया, लेकिन आखिरी ओवर में भारतीय टीम ने तीन विकेट खो दिए। बांग्लादेश के लिए रिशाद हुसैन ने तीन विकेट लिए, जबकि तस्कीन अहमद, तंजीम हसन शाकिब और मुस्तफिजुर रहमान ने दो-दो विकेट लिए।
कैच ड्रॉप हमें पड़ा महंगा: तस्कीन अहमदबांग्लादेश के सबसे किफायती गेंदबाज रहे तस्कीन अहमद ने पारी की शुरुआत में नीतीश कुमार रेड्डी के कैच छोड़ने के प्रभाव का जिक्र किया।
ओस के कारण स्पिनरों को हुई परेशानी: तस्कीन अहमदतस्कीन ने मैच के बाद मीडिया से कहा, “कैच ड्रॉप हमेशा महंगा पड़ता है, खासकर उनके (इंडिया) जैसे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं। गलती की गुंजाइश बहुत कम है और इसलिए यह कैच हमें महंगा पड़ा।”
हमें बड़े रन बनाने की आदत नहीं है: तस्कीन अहमद“देखिए, पावरप्ले में हमने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अंत में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की और दुर्भाग्य से स्पिनरों का दिन खराब रहा। आम तौर पर हमारे पास इस तरह के खराब दिन नहीं होते, लेकिन टी-20 में किसी भी दिन कुछ भी हो सकता है। स्पिनर गेंद को ढंग से पकड़ नहीं पाए, क्योंकि ओस थी। हम 11वें या 12वें ओवर तक खेल में थे और इस विकेट पर अगर हमने उन्हें 180 रन के अंदर रोक दिया होता, तो यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था।”
तस्कीन अहमद ने आगे कहा, “वे (भारत) नियमित रूप से 180 से 200 रन बनाते हैं। हमारे लिए यह घरेलू मैदान पर 130-40 रन है। हमें (बड़े रन बनाने की) आदत नहीं है और यही सच्चाई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हमारे घरेलू हालात बेहतर होंगे और उस समय हम बड़े रनों का पीछा कर सकेंगे और उनका बचाव भी कर सकेंगे। साथ ही, अगर हम अलग-अलग फ्रैंचाइजी लीग खेल सकते हैं तो हमें बेहतर अनुभव होगा। जब हमारे घरेलू क्रिकेट का ढांचा मजबूत होगा, तब हमारा क्रिकेट विकसित होगा।”