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BGT 2024-25: “प्रैक्टिस मैच खेलने की सख्त जरूरत…”, भारत के मौजूदा फॉर्म पर संजय मांजरेकर ने जताई चिंता

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Team India & Sanjay Manjrekar (Photo Source: Getty Images)

भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज का पहला मैच 22 नवंबर से पर्थ में खेलने वाली है। टीम इस वक्त पर्थ में पहले टेस्ट के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। सीरीज शुरू होने से पहले यह घोषणा की गई कि टीम इंडिया एक भी अभ्यास नहीं मैच खेलेगी। भारत को पिछली टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। बता दें, पूरे 24 साल बाद किसी टीम ने भारत को उनके घर में क्लीन-स्वीप किया।

न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में खराब प्रदर्शन के चलते ही टीम इंडिया का फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है। इसे देखते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भारत के फॉर्म और प्रैक्टिस मैचों की जरूरत को लेकर अपनी राय दी।

हाल के दिनों में प्रैक्टिस मैच कम होते जा रहे हैं- संजय मांजरेकर

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय टीम इंडिया-ए के खिलाफ इंट्रा-स्क्वॉड मैच खेलने वाली थी, लेकिन इसे रद्द कर दिया गया। संजय मांजरेकर को लगता है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी सीरीज से पहले कुछ प्रैक्टिस मैच खेलना पसंद करते और खासकर टीम जिस तरह के फॉर्म में अभी है। पूर्व क्रिकेटर ने घरेलू मैदान में फॉर्म में होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ इंडिया-ए के स्ट्रगल को लेकर भी बात की।

संजय मांजरेकर ने ESPNcricinfo पर बात करते हुए कहा,

प्रैक्टिस मैच न होने से फर्क पड़ सकता है, खास तौर पर इस बार क्योंकि टीम ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह के फॉर्म और आत्मविश्वास के साथ जा रही है। हाल के दिनों में यह चलन रहा है कि प्रैक्टिस मैच कम होते जा रहे हैं, लेकिन इस खास दौरे पर हमने देखा कि भारत ए के बल्लेबाज भारतीय परिस्थितियों में फॉर्म में होने के बावजूद संघर्ष करते हैं। इसलिए हां, भारत को और प्रैक्टिस मैच खेलने की सख्त जरूरत थी।

संजय मांजरेकर ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय टीम प्रैक्टिस मैच न खेलने का फायदा कैसे उठा सकती है। टीम ने क्योंकि अक्सर बेहतर प्रदर्शन किया है जब उन्होंने सीरीज से पहले अधिक प्रैक्टिस मैच नहीं खेले हैं।

भारत इस तथ्य से जवाब दे सकता है कि जब उन्हें कम अभ्यास मैच दिए गए तो टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। 90 के दशक में, हमने कई अभ्यास मैच खेले और फिर भी ऑस्ट्रेलिया से 0-4 से हार गए। मुझे लगता है कि भारतीय बल्लेबाज परिस्थितियों के अभ्यस्त हो रहे हैं, लेकिन इस बार कई युवा खिलाड़ी हैं। हो सकता है कि पिछली टीम को अनुभव की जरूरत न हो, लेकिन मुझे लगता है कि हमें यहां कुछ मैचों की जरूरत थी, और मुझे लगता है कि विराट और रोहित अभ्यास मैच खेलना पसंद करते।”

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