शेयर मार्केट में तेज़ी बनी हुई है और आने वाले सप्ताह में भी बाज़ार में अपसाइड मूवमेंट होने की संभावना है. निफ्टी ने 26000 के लेवल के ऊपर पॉज़ लिया है जो अगले सप्ताह फ्रेश बाइंग का मौका हो सकता है. इस सप्ताह भारतीय बाजारों में 1.7% की वृद्धि हुई, जो लगातार तीसरे सप्ताह की वृद्धि है. एसबीआई सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट और टेक्निकल एवं डेरिवेटिव्स रिसर्च के हेड एनालिस्ट सुदीप शाह ने मार्केट ट्रेंड पर बात की. उन्होंने अक्टूबर एक्सपायरी के लिए निफ्टी के आउटलुक के बारे में भी अपने विचार साझा किये. उन्होंने कहा कि ग्लोबल सेंटीमेंट्स की मज़बूती के कारण बाज़ार में तेज़ी बनी रही. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और स्थिर आर्थिक आंकड़ों के कारण पॉज़िटिव मोमेंटम को बढ़ावा मिला, जिससे विदेशी निवेश में वृद्धि हुई.इसके अतिरिक्त चीन के आर्थिक प्रोत्साहन ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स के विश्वास को बढ़ाया. विशेष रूप से एशियाई बाजारों में मेटल और कमोडिटी शेयरों में मजबूत वृद्धि देखी गई, जबकि आईटी और निर्यात शेयरों में विवेकाधीन खर्च में सुधार की उम्मीद से तेजी आई.बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी ने लगातार तीसरे सप्ताह अपनी बढ़त जारी रखी है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि यह 26,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर पर पहुंच गया है. इससे भी अधिक प्रभावशाली बात यह है कि इस सप्ताह प्रत्येक ट्रेडिंग सत्र में इंडेक्स ने एक नया ऑल टाइम हाई लेवल बनाया, जो असाधारण मजबूती और तेजी का संकेत देता है, जिसमें कमी आने का कोई संकेत नहीं है. सुदीप शाह ने कहा कि सेक्टर रोटेशन ने पिछले कुछ महीनों में बाज़ार के इन ऊंचे स्तरों को बनाए रखने में मदद की है. पिछले सप्ताह निफ्टी ऑटो, निफ्टी मेटल और निफ्टी ऑयल एंड गैस ने रैली में सबसे अधिक योगदान दिया है.उन्होंने कहा कि निफ्टी अपनी ऊपर की बढ़त जारी रख सकता है और 26,500 के लेवल को टेस्ट कर सकता है. उसके बाद शॉर्ट टर्म में 26,750 का स्तर भी छू सकता है, जबकि नीचे की ओर 25,900-25,850 का ज़ोन निफ्टी के लिए इमिजेट सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा. यदि निफ्टी 25,850 के स्तर से नीचे चला जाता है तो अगला सपोर्ट 20-डे ईएमए के लेवल पर है, जो वर्तमान में 25,539 के स्तर पर है. मंथली एक्सपायरी पर राय, क्या कहता है रोलओवर डेटा निफ्टी इंडेक्स फ्यूचर्स के लिए रोलओवर पिछले महीने के 77.49% और तीन महीने के औसत 75.32% की तुलना में 78.77% अधिक रहा है. इसके अलावा रोलओवर लागत तीन महीने के औसत 0.29% की तुलना में 0.31% तक बढ़ गई है. यह डेटा संकेत देता है कि अगले कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार में तेजी जारी रहने की संभावना है.ताज़ा सीरीज़ में एफआईआई इंडेक्स लॉन्ग-शॉर्ट रेशो 79.89 प्रतिशत है, जो हाल के महीनों में सबसे अधिक रहा. यह विदेशी संस्थागत निवेशकों से एक मजबूत तेजी का बायस बताता है.
You may also like
MP Weather Update: एमपी में भारी बारिश का कहर! प्रदेश के 8 जिलों में बाढ़ की चेतावनी, जानें मौसम का ताजा अपडेट
आरजी कर मामला: एक बार फिर काम बंद करेंगे कोलकाता के जूनियर डॉक्टर्स, सोमवार से हड़ताल का ऐलान
भारत को 308 रनों की बढ़त, दूसरे दिन भारत को 308 रनों की बढ़त
क्या आप UPI का इस्तेमाल करते हैं? इन बातों को याद रखकर पहचान सकते हैं स्कैम