बिहार के सुपौल से एक दर्दनाक घटना सामने आ रही है. मामला जिले के त्रिवेणीगंज से जुड़ा है जहां एक सगी मां ने अपने ही दो बच्चों को जिंदा जलाने का प्रयास किया और खुद भी जलकर मरने को तैयार थी, लेकिन बच्चों के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण चौकन्ने हुए तो दोनों बच्चों को बचा लिया गया.
फिलहाल बच्चों का इलाज त्रिवेणीगंज अस्पताल में चल रहा है जहां दोनों खतरे से बाहर बताए जाते हैं.
स्थानीय लोग बताते हैं कि त्रिवेणीगंज पथरा वार्ड नंबर 1 की रहने वाली रूबी देवी ने इससे पूर्व भी जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था.
रुबी देवी के पति गुलाब साह लुधियाना में रहकर मजदूरी करते हैं वहीं दो बच्चों के साथ महिला अपने गांव पथरा में रहती है. अब तक घटना किस कारण से की गई इस बात का खुलासा नहीं हो सका हालांकि महिला ने बताया है कि टेंशन और कर्ज की वजह से उसने यह कदम उठाया है.
फिलहाल बच्चों का इलाज जारी है और पुलिस की तफ्तीश शुरू हो चुकी है. दोनों बच्चों में एक पुत्र तो दूसरी पुत्री है. बच्चों का कहना है कि रात के अंधेरे में मां ने घर के पीछे एक गड्ढा खोदकर दोनों भाई बहनों के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क दिया इसके बाद खुद के ऊपर भी मिट्टी का तेल छिड़क लिया और दोनों बच्चों में आग लगा दी. स्थानीय लोगों के जाग जाने के कारण उनकी जान बच सकी.
फिलहाल बच्चों के पिता लुधियाना से सुपौल के लिए रवाना हो चुके हैं, वही मां और दोनों बच्चे अभी अस्पताल में मौजूद हैं.
महिला ने बताया कि उसने बैंक से 35 हजार का लोन लिया था जिसका किस्त 1910 रुपया उसे जमा करना था.
यही बात उसके दिमाग में कई दिनों से चल रही था जिसकी वजह से उसने ये कदम उठाया. हालांकि ये जांच का विषय है कि बैंक लोन की किस्त से वो क्यों ओर कैसे परेशान थी.
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