अब आधुनिक तकनीकों की मदद से बिना सीजन के भी खेती करना बहुत आसान हो चुका है,भारत में पारंपरिक फसलों की जगह किसान बागवानी फसलों पर इन दिनों ज्यादा ध्यान दे रहें है, और कम समय में ही काफी अच्छा उत्पादन मिलने की वजह से किसनों का फोकस सब्जियों की तरफ भी बढ़ा है।
अगर आप भी खेती के जरिए मोटी कमाई करना चाहते है, तो ठंड के मौसम में मूली की खेती से मोटी कमाई कर सकते है, क्यूंकि मूली की फसल बहुत कम समय में तैयार हो जाती है, और ठंड के समय में इसकी डिमांड भी बढ़ जाती है, गाजर और मूली सर्दियों में सबसे ज्यादा खायी जाने वाली सब्जियां है, इन दोनों सब्जियों का उपयोग सलाद और अचार के रुप में भी किया जाता है, हालाँकि गाजर मूली की खेती मार्च से सितम्बर तक की जाती है, लेकिन सर्दियों में इन सब्जियों की खेती किसान के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होती है, क्यूंकि इस समय में गाजर मूली की खेती उत्पादन की दृस्टि से बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है।
मूली की खेती में लागत कम मोटा मुनाफामूली की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है, इस खेती में लागत देखी जाए तो बेहद कम है, और मुनाफा ज्यादा है, यदि हम लागत की बात करें तो एक बीघे में 2,000 रुपए लागत आती है, मुनाफा और मुनाफा इसमें करीब 60,000 से 70,000 रुपए पहुंच जाता है, मूली की खेती के लिए सबसे पहले इसे 3 से 4 बार जुताई की जाती है।
गोभी वर्गीय सब्जियों की खेतीगोभी वर्गीय सब्जियों की खेती करने का सबसे सही समय सर्दियों का मौसम होता है, सर्दियों में फूल गोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली की भरी मात्रा में डिमांड रहती है, सर्दियों में गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती करने से किसान को बहुत अच्छा उत्पादन मिलता है, क्यूंकि इस समय मिटटी में प्राप्त नमी होती है।
मूली के फायदेमूली को सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है, इसके सेवन से पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है, मूली का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती है, ठंड के मौसम में रोजाना मूली का सेवन करने से खासी जुकाम से बचा जा सकता है, मूली का सेवन दिल से जुडी बिमारियों के खतरे को भी कम करने में मदद करता है, मूली में विटामिन C, फाइबर फोलेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते है, ये सभी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माने गए है।
Frequently Asked Questions (FAQs)1. मूली की खेती के लिए किस प्रकार की मिट्टी सबसे उपयुक्त है?
मूली के लिए दोमट या बलुई मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, जिसमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो।
2. मूली की फसल कितने दिनों में तैयार होती है?
मूली की फसल लगभग 40-45 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे यह जल्दी मुनाफा देने वाली फसल मानी जाती है।
3. क्या सर्दियों में मूली के अलावा अन्य सब्जियों की खेती भी लाभकारी है?
हाँ, मूली के साथ गोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली की खेती भी सर्दियों में लाभकारी होती है। इनकी मांग सर्दियों में अधिक होती है।
4. मूली और गोभी में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं?
मूली में विटामिन C, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। गोभी में विटामिन K, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।
सर्दियों में मूली और गोभी जैसी सब्जियों की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। मूली की कम लागत और तेजी से तैयार होने की विशेषता इसे एक बेहतरीन विकल्प बनाती है। साथ ही, गोभी की मांग और उत्पादन की दृष्टि से यह ठंड में बेहद लाभदायक साबित होती है। सही तकनीक और समय पर खेती करके, किसान इन फसलों से अपने आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं। यदि आप भी सर्दियों में खेती से लाभ कमाना चाहते हैं, तो मूली और गोभी की खेती पर विचार करना एक उत्तम निर्णय हो सकता है।
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