पोषण और गुण: घीघारू एक जंगली फल है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं. ये गुण इसे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी बनाते हैं और इसे एक अंडरएक्सप्लोर्ड फल के रूप में जाना जाता है.
हृदय स्वास्थ्य में सहायक: गढ़वाल विश्वविद्यालय के रिसर्चर डॉ. जयदेव चौहान के अनुसार, घीघारू के कार्डियोटोनिक गुण हृदय रोगों में मददगार होते हैं. यह हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने और उच्च रक्तचाप (high blood pressure) को नियंत्रित करने में प्रभावी साबित होता है.
डायबिटीज के लिए फायदेमंद: यह फल डायबिटीज में भी बेहद उपयोगी है. इसके नियमित सेवन से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनता है.
सेवने के तरीके: घीघारू को सीधा खाया जा सकता है या फिर इसे सुखाकर चूर्ण बनाकर भी सेवन किया जा सकता है. इसके हल्के कसैले स्वाद के कारण, इसे खाने में मिलाकर भी लिया जा सकता है.
दातून के रूप में उपयोग: इसके अलावा, घीघारू की टहनी का उपयोग गांवों में दातून के रूप में भी किया जाता है, जो दांतों और मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है. इस तरह, घीघारू एक अनोखा फल है जो स्वाद और स्वास्थ्य दोनों का खजाना लेकर आता है.
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