जम्मू, 4 नवंबर . जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक वहीद पारा ने केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के विरोध में प्रस्ताव पेश किया. इस पर विधानसभा में हंगामा हो गया. राज्य में भाजपा के कद्दावर नेता कविंदर गुप्ता ने इसे पीडीपी का दिखावा बताया है.
कविंदर गुप्ता ने से बात करते हुए कहा, “यह सब दिखावा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा. हम सभी जानते हैं कि अनुच्छेद 370 वापस नहीं आने वाली है, लेकिन कुछ लोग इसे मुद्दा बनाना चाहते हैं. मुख्यमंत्री और हमारे विधानसभा के नेता ने इस पर जवाब दे दिया है, और मुझे लगता है कि इस पर ज्यादा चर्चा की कोई आवश्यकता नहीं है.”
इसके बाद उन्होंने राज्य में बढ़ रही आतंकी घटनाओं पर कहा, “यह समझना जरूरी है कि कहीं न कहीं स्थानीय लोगों की भी इसमें भागीदारी है, और इसी कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है. हमें उन्हें पहचानने की जरूरत है, और इसके लिए सरकार के साथ-साथ लोगों को भी तैयार रहना होगा. कश्मीर में एक अच्छा माहौल बना है, और हमें इसे बिगड़ने नहीं देना चाहिए. इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.”
बता दें कि इससे पहले भाजपा नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रविंद्र रैना ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी थी.
रविंद्र रैना ने से खास बातचीत में कहा था कि अनुच्छेद 370 का और जम्मू-कश्मीर की विधानसभा से कोई लेना-देना नहीं है. यह देश की संसद का अधिकार क्षेत्र था. अनुच्छेद 370 को देश की संसद ने 5 अगस्त 2019 को चर्चा करने के बाद समाप्त कर दिया. जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में कोई प्रस्ताव लाकर, कुछ राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर के अंदर षड्यंत्र करने की कोशिशें कर रहे हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर की जनता जानती है कि यह सिर्फ एक साजिश, एक प्रोपेगेंडा है. अनुच्छेद 370 का जम्मू-कश्मीर की विधानसभा से कोई लेना देना नहीं है.
–आईएनएस
पीएसएम/एकेजे
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