जमुई, 15 नवंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए बिहार के जमुई पहुंचे. पीएम मोदी की रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची हैं. जिन्होंने से बातचीत में अपनी खुशी का इजहार किया. बताया कि कैसे भारत सरकार की योजनाओं ने उनकी जिंदगी बदल दी है.
महिलाओं के मुताबिक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से लेकर, प्रधानमंत्री आवास योजना, सहित तमाम योजनाओं की वजह से समाज समृद्ध हुआ है.
गिधौर से आई रिंकी कुमारी ने बताया, “मैं समूह चलाती हूं और 12 समूहों की देखरेख का काम करती हूं. इन समूहों में महिलाएं आती हैं, जहां वे पढ़ाई-लिखाई करती हैं, बचत करती हैं, और लोन लेती और देती हैं. इसी लोन से महिलाएं अपनी दुकानें खोलती हैं, जैसे कुछ के पति ने ऑटो खरीदे हैं, ताकि वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें. इसके अलावा, उनके पतियों को भी व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन दिया जाता है. पहले लोग साहूकार से पैसे लेते थे, लेकिन अब वे समूह से ही लोन लेती हैं, जिससे ब्याज बहुत कम होता है, सिर्फ 1% ब्याज पर पैसा मिलता है.
अब महिलाएं अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से चला रही हैं. पहले महिलाएं हस्ताक्षर भी नहीं कर सकती थीं, लेकिन अब वे खुद बैंक जाती हैं, वहां से पैसे निकालती हैं और हस्ताक्षर करती हैं. उन्होंने बोलने की हिम्मत भी पाई है. पहले जो महिलाएं बाहर नहीं निकल पाती थीं, अब वे समूह के कामों के लिए बाहर जाती हैं और बैंक से लेन-देन करती हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “अब हर घर में शौचालय है और कई अन्य योजनाएं लागू हो चुकी हैं. हर घर को राशन भी मिल रहा है. यह सब बदलाव और सुधार हमारे समूह के काम से हुआ है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और जीवन में बदलाव ला रही हैं.”
सिकंदरा प्रखंड से आई मीना देवी ने बताया, “प्रधानमंत्री मोदी के बारे में मैं यही कहूंगी कि उन्होंने बहुत अच्छे काम किए हैं और हम सभी को कई तरह की सुविधाएं दी हैं. हम जीविका के माध्यम से जुड़ी हुई हैं, और जीविका बहनों के कारण हमारी जिंदगी में बहुत बदलाव आया है. जीविका से जुड़ने के बाद, हमें ऋण लेने-देने की सुविधा मिली है, और अब हमें किसी दूसरे के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती. सब कुछ व्यवस्थित और बेहतर तरीके से हो रहा है.”
उन्होंने आगे कहा, “पहले महिलाएं घरों में रहती थीं और बाहर जाने की अनुमति भी नहीं थी, लेकिन अब सबको अपनी मेहनत और काम करने का मौका मिल रहा है. मोदी जी की वजह से महिलाएं अब आगे बढ़ रही हैं और घर के कामकाज के साथ-साथ बाहर भी काम कर रही हैं. मोदी के आने के बाद हमें कई सुविधाएं मिली हैं. शौचालय, राशन, और अन्य जरूरी चीजें मिल रही हैं, जो पहले नहीं थीं. पहले बाहर जाना बहुत मुश्किल होता था, और हर कदम पर समस्याएं आती थीं. लेकिन जब से मोदी जी आए हैं, हर क्षेत्र में सुधार हुआ है और हमें अब बहुत सारी सुविधाएं मिल रही हैं.”
एक अन्य महिला बताती हैं, “पहले के समय में महिलाएं घर से बाहर निकलने की सोच भी नहीं सकती थीं. न तो महिलाएं अपना नाम बताती थीं, और न ही खुद को पहचान दिलाने की कोई कोशिश करती थीं. लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के कारण, हमें बहुत सारी सुविधाएं मिली हैं और हम इतने आगे बढ़े हैं कि आज हम उनका स्वागत करने के लिए यहां तक पहुंचे हैं. जीविका के माध्यम से हमे जो लाभ मिल रहा है, वह अभूतपूर्व है. अब महिलाएं आसानी से अपना नाम बताती हैं, घर से बाहर निकलती हैं, और कई नई सुविधाओं का लाभ उठा रही हैं. पहले जब किसी को जरूरत पड़ती थी, जैसे बच्चे के बीमार होने पर या किसी अन्य समस्या में, तो बहुत संघर्ष करना पड़ता था. लेकिन अब जीविका ने हमें इतना सशक्त बना दिया है कि अब हम आसानी से मदद प्राप्त कर सकते हैं. हम अपना काम अच्छे से कर पा रहे हैं. इसके साथ ही हमें रोजगार भी मिला है. कई महिलाएं बैंक मित्र के रूप में काम कर रही हैं, और अब उनके पास भी काम है.”
उन्होंने आगे कहा, “हम यही कहना चाहते हैं कि मोदी जी ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है. किसानों के लिए भी बहुत मदद मिली है, जैसे कि हर ब्लॉक में गेहूं, चना और अन्य फसल के लिए राशन मिल रहा है. इसके अलावा, किसानों को हर साल ₹6,000 मिलते हैं, ताकि वे अपनी खेती को बेहतर बना सकें और परिवार का भरण-पोषण कर सकें. हम महिलाओं के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि अब हमें घर से बाहर निकलने का अवसर मिला है. शौचालय जैसी सुविधाएं भी हमें मिल रही हैं. जीविका की वजह से अब महिलाएं घर से बाहर निकलने में सक्षम हैं, और यह सब प्रधानमंत्री मोदी के योगदान की वजह से हो रहा है. हम उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं और आज हम उनके सम्मान में यहां तक आए हैं.”
सिकंदराबाद प्रखंड से ही आई ममता देवी ने बताया, “हमें प्रधानमंत्री मोदी के आने से बहुत सारी सुविधाएं मिली हैं, और हमारी ज़िंदगी में कई बदलाव आए हैं. पहले हम कर्ज के लिए दूसरों के पास जाते थे, लेकिन जब से प्रधानमंत्री जी ने जीविका शुरू किया है, तब से हम कर्ज़ सीधे अपने समूह से लेते हैं और देते हैं. हम हर महीने दस रुपए जमा करते हैं, फिर कर्ज़ लेते हैं और उसे चुकाते हैं. ब्याज सिर्फ एक रुपया लगता है. पहले हम साहूकारों से कर्ज लेते थे, जिसमें ब्याज बहुत ज्यादा होता था. पांच रुपये से ब्याज पर कर्ज मिलता था. अब हमें काफी राहत मिल गई है क्योंकि हम समूह से एक रुपये पर कर्ज ले सकते हैं. इसके अलावा, हमें राशन की सुविधा मिल रही है, बच्चों को स्कूल भेजने के लिए छात्रवृत्ति और किताबें मिल रही हैं, और पढ़ाई में कोई कमी नहीं हो रही है.”
उन्होंने आगे कहा, “हम आज प्रधानमंत्री मोदी से पहली बार मिल रहे हैं. हम बहुत खुश हैं कि हम उन्हें देख पा रहे हैं. उनका धन्यवाद करना चाहेंगे कि उन्होंने हमारी ज़िंदगी में इतनी सारी सुविधाएं दीं. पहले हम घर से बाहर नहीं निकलते थे, लेकिन अब प्रधानमंत्री जी की वजह से हम यहां तक पहुंचे हैं. यह हमारी खुशी की बात है कि हम उन्हें देखने आए हैं, जिनकी वजह से हमारी ज़िंदगी में इतना बदलाव आया है.”
पीएसएम/केआर
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