नई दिल्ली, 16 नवंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुए, जिसके दौरान वह कई उच्च स्तरीय द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में शामिल होंगे.
पीएम मोदी की पांच दिवसीय यात्रा में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर शामिल हैं. यह 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा है.
इसी के साथ पीएम मोदी 50 वर्षों में गुयाना की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री है.
प्रधानमंत्री मोदी अगले सप्ताह ब्राजील में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे और तीनों देशों में भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे.
यात्रा के पहले चरण में, प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर नाइजीरिया में दो दिन बिताएंगे.
भारत और नाइजीरिया 2007 से ही रणनीतिक साझेदार हैं, जिनके बीच आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग है. 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया में प्रमुख उद्योगों में 27 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है.
इसके बाद प्रधानमंत्री 18 नवंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा आयोजित 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो की यात्रा करेंगे.
दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी 19 से 21 नवंबर तक गुयाना के जॉर्जटाउन जाएंगे. गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर यह यात्रा 1968 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है.
प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और गुयाना की संसद को संबोधित करेंगे और प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे.
इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं के साथ दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे.
पिछले साल राष्ट्रपति अली इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थे, जहां उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया था.
प्रधानमंत्री के दौरे से इन क्षेत्रों के साथ भारत के जुड़ाव को गहरा करने, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देने और प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को बढ़ाने की उम्मीद है.
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एमके/
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