Top News
Next Story
NewsPoint

वडोदरा की आईओसीएल रिफाइनरी में भीषण धमाका: एक की मौत, दो कर्मचारी और फायरमैन घायल

Send Push

वडोदरा/अहमदाबाद . वडोदरा के कोयली स्थित आईओसीएल रिफाइनरी में दोपहर 3.30 बजे एक बड़ा धमाका हुआ, जिसके बाद भीषण आग भड़क उठी. इस भयंकर आग के धुएं के बादल 6 किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहे थे. आसपास के इलाकों में अफरातफरी का माहौल बन गया. अब रात करीब 8.30 बजे एक और टैंक में ब्लास्ट होने की खबर सामने आई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है. दमकल विभाग ने आपातकाल घोषित कर दिया है, और आग बुझाने के लिए अहमदाबाद, आणंद, हलोल, अंकलेश्वर और वडोदरा से दमकल की गाड़ियां बुलाई गई हैं.

इस हादसे में तीन कर्मचारी घायल हुए हैं. इनमें से एक कर्मचारी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दो अन्य की हालत स्थिर बताई जा रही है. आग बुझाने में जुटे एक फायरमैन भी घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिए. पुलिस भी घटनास्थल पर मौजूद है. रिफाइनरी में काम करने वाले एक कर्मचारी धीमंत मकवाना, जो तारापुर के रहने वाले थे, गंभीर रूप से घायल हो गए थे और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. पांच घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है, और दमकलकर्मी पूरी ताकत से इसे बुझाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

सूत्रों के अनुसार, इस हादसे की शुरुआत दोपहर करीब 3:30 बजे रिफाइनरी के बेंजीन स्टोरेज टैंक में आग लगने से हुई. फिलहाल आग बुझाने के लिए पानी छिड़काव प्रणाली को सक्रिय किया गया है और फोम का भी उपयोग किया जा रहा है. आग का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है.

वडोदरा फायर ब्रिगेड ने बताया कि आग के नियंत्रण के लिए कंट्रोल एंड कमांड के साथ टीपी 13 और जीआईडीसी फायर स्टेशन के कर्मचारी तैनात किए गए हैं. केमिकल की मौजूदगी के चलते फोम का इस्तेमाल किया जा रहा है. नंदेसरी जीएसएफसी और गेल कंपनी से अतिरिक्त फोम भी मंगवाया गया है.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जे.एम. महिडा ने बताया कि आग दोपहर साढ़े तीन बजे लगी थी और फिलहाल घायलों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. आसपास के गांवों को फिलहाल किसी खतरे का संकेत नहीं दिया गया है, लेकिन जरूरत पड़ने पर सचेत कर दिया जाएगा. इस हादसे से फैलता धुआं विकिरण से जुड़ी क्षति का कारण भी बन सकता है.

रिफाइनरी परिसर में एंबुलेंस और अन्य सुरक्षा दल भी मौजूद हैं. धमाके की वजह से आसपास के एक किलोमीटर के दायरे में घरों की खिड़कियां और दरवाजे टूट गए हैं. कर्मचारियों को सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी दे दी गई है, और आईओसीएल के गेट पर सीआईएसएफ का काफिला तैनात किया गया है.

गौरतलब है कि रिफाइनरी प्रशासन इस घटना की जानकारी सार्वजनिक करने से कतरा रहा है. दो घंटे से अधिक समय के बाद भी आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है. प्रशासन और पुलिसकर्मी मौके पर मुस्तैदी से तैनात हैं, और स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं.

The post first appeared on .

Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now