नई दिल्ली, 15 नवंबर . आपसी समन्वय बेहतर बनाने के लिए शुक्रवार को तीनों सेनाओं नेवी, एयर फोर्स और आर्मी के अधिकारियों ने एक ऐतिहासिक साझा मुलाकात की. तीनों सेनाओं में समन्वय के लिए तीनों सेनाओं के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारी लगातार विभिन्न मंचों के माध्यम से मुलाकात करते आ रहे हैं.
खास बात यह है कि अब इस सिलसिले को और आगे बढ़ाते हुए निचले स्तर पर तीनों सेनाओं के नॉन कमीशंड ऑफिसर आपस में मुलाकात कर रहे हैं. इससे नेवी, आर्मी और एयरफोर्स ग्राउंड पर एक साथ काम करने के लिए तैयार हो सकेंगे.
शुक्रवार को हुई इस मुलाकात के दौरान अग्निवीरों की छुट्टी और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे विषयों पर चर्चा की गई. यह मुलाकात सेना के सूबेदार मेजर और एयर फोर्स एवं नेवी में उनके समकक्ष अधिकारियों के बीच हुई. तीनों सशस्त्र बलों की बैठक सेना के सूबेदार मेजर गोपा कुमार, वायुसेना के मास्टर वारंट ऑफिसर पीके यादव और नौसेना के मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर प्रथम श्रेणी दिल बहादुर छेत्री के बीच हुई.
भारतीय सेना का कहना है कि इससे तीनों सेनाओं के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा मिला. इस मुलाकात के दौरान आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के अधिकारियों ने सैनिकों के कल्याण से संबंधित हित के सामान्य मुद्दों पर बातचीत की. इसके अलावा तीनों सशस्त्र सेवाओं में सभी रैंकों को प्रभावित करने वाली चिंताओं को दूर करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई. मुख्य चर्चाएं अग्निवीरों की छुट्टी के प्रावधानों, ईसीएचएस प्रतिक्रिया को सुव्यवस्थित करने के तरीकों, नई नीतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उपायों पर केंद्रित रहीं.
साथ ही साथ रक्षा यात्रा प्रणाली डीटीएस का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के तरीकों पर भी बैठक में चर्चा हुई. उन्होंने तीनों सेनाओं के भीतर सर्वोत्तम प्रथाओं और सैनिकों और परिवारों के कल्याण के लिए उन्हें अपनी-अपनी सेवा में शामिल करने के उपायों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. जो मुद्दे सामने आए हैं, उन्हें शीघ्र समाधान के लिए सेवाओं के भीतर संबंधित निदेशालयों और शाखाओं द्वारा संबोधित किया जाएगा.
सेना का कहना है कि यह बैठक भारतीय सशस्त्र बलों के भीतर संयुक्तता और एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए चल रही प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है. इससे राष्ट्र के भीतर एक मजबूत, अधिक एकजुट रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का मार्ग प्रशस्त होता है.
–
जीसीबी/एबीएम
The post first appeared on .
You may also like
देश की आजादी में जनजातीय महानायकों की रही है प्रमुख भूमिकाः मंत्री संपतिया उइके
मुख्यमंत्री धामी ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर गुरुद्वारे में मत्था टेक कर सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की
विकास और पर्यावरण की समस्याएं आज के समय में जटिल विषय हैं : मोहन भागवत
16 नवम्बर शनिवार से चमक उठेगा इन राशियों का भाग्य
ग़ज़ल - रीता गुलाटी