बीजिंग, 18 नवंबर . लैटिन अमेरिका में आयोजित एपेक और जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी नेता ने कई बैठकों के मौके पर कहा कि चीन का विकास न केवल चीन का, बल्कि पूरी दुनिया का भी होता है. चीन की आर्थिक उपलब्धियां वैश्विक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देंगी. दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को अपनी जिम्मेदारियां निभानी, अपने-अपने फायदे का पूरा ध्यान रखना और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का पालन करना चाहिए, ताकि विश्व अर्थव्यवस्था के सामान्य विकास को बढ़ावा देना चाहिए.
21वीं सदी की शुरुआत के बाद से वैश्विक विकास का असंतुलन कम होने के बजाय काफी बढ़ गया है. विशेष रूप से, महामारी, क्षेत्रीय संघर्ष, भू-राजनीतिक तनाव और तेजी से गंभीर जलवायु संकट जैसे संकटों के कारण वैश्विक आर्थिक और वित्तीय प्रणाली में संरचनात्मक असंतुलन को बढ़ा दिया गया है, जिससे कुछ पहले से ही गरीब विकासशील देशों की स्थिति खराब हो गई है. दूसरी तरफ, कुछ विकसित देश केवल अपना आधिपत्य मजबूत करना चाहते हैं और यहां तक कि जानबूझकर प्रतिस्पर्धियों को दबाते रहे. साथ ही पश्चिम और उनके द्वारा नियंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन “नियम-आधारित विश्व व्यवस्था” की जोरदार वकालत करते हैं.
वास्तव में, पश्चिमी व्यवस्था से वैश्विक गरीबी में कमी नहीं आई है, बल्कि चीन की आर्थिक वृद्धि और गरीबी उन्मूलन कार्यों से गरीबी की कमी में ठोस कदम उठाए गए हैं. 2001 में डब्ल्यूटीओ में शामिल होते समय चीन की जीडीपी संयुक्त राज्य अमेरिका का केवल 13% थी, आज चीन का आर्थिक पैमाना अमेरिका के करीब विकसित हो रहा है. लेकिन, अमेरिका और पश्चिम ने चीन के उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाना शुरू किया है. इससे यह साबित होता है कि विकसित देश सतत विकास हासिल करने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के इच्छुक नहीं हैं.
1986 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 77 के समूह के आह्वान के जवाब में विकास के अधिकार पर घोषणा को अपनाया. उस समय केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और कुछ सबसे विकसित देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, चीन हमेशा अंतरराष्ट्रीय वार्ता में 77 के समूह तथा अन्य विकासशील देशों के साथ खड़ा है. चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव, ग्लोबल डेवलपमेंट इनिशिएटिव, सिल्क रोड फंड और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक जैसे तंत्रों के माध्यम से ग्लोबल साउथ के देशों के विकास को बढ़ावा देने में ठोस प्रयास भी किए हैं.
वर्तमान में, चीन तकनीकी प्रगति के माध्यम से औद्योगिक उन्नयन को साकार कर रहा है, आंतरिक आर्थिक चक्र के पूरा होने में तेजी ला रहा है और “सीआईआईई” के माध्यम से दुनिया को दिखा रहा है कि चीन विभिन्न देशों से अधिक उत्पाद स्वीकार करेगा. भविष्य में, चीन अपने इलेक्ट्रिक वाहन, ड्रोन, फोटोवोल्टिक्स, पवन ऊर्जा और ऊर्जा भंडारण प्रणालियों के जरिए वैश्विक विकास को बढ़ावा देगा. साथ ही, चीन अपने लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए अधिक उपभोक्ता वस्तुओं का आयात भी करेगा. अंततः, चीन विश्व आर्थिक समृद्धि और जीवन स्तर में सुधार के लिए सबसे महत्वपूर्ण विश्व इंजन बन जाएगा और चीन की आर्थिक उपलब्धियां अधिक दक्षिणी देशों के विकास को भी प्रेरित करेंगी.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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