लखनऊ, 17 नवंबर . समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हार के डर से चुनाव की तारीखों में बदलाव कराया. उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश की सभी सीटों पर होने वाले उपचुनाव में हार का डर सता रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीखों में बदलाव किया गया.
सपा प्रमुख ने दावा किया कि जब उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव आयोग की तरफ से उपचुनाव की तारीखों की घोषणा हुई, तो सभी लोग अपने-अपने घरों की ओर रवाना होने लगे, ताकि वो भी चुनावी प्रक्रियाओं में हिस्सा लें, सभी लोग आ भी गए थे. त्योहारों को देखते हुए कई लोग छुट्टी पर अपने घर आ गए थे. इन लोगों ने मन बना लिया था कि भारतीय जनता पार्टी को पराजित करना है. इसी को देखते हुए चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया, ताकि पूरी राजनीतिक फिजा को भाजपा के पक्ष में किया जा सके. पहले उप-चुनाव 13 नवंबर को होने थे, जिसे बाद में बदलकर 20 नवंबर कर दिया गया.
अखिलेश यादव ने दावा है कि भाजपा के आंतरिक सर्वे में यह बात सामने आई थी कि वो चुनाव हारने जा रही है. इसी को देखते हुए उन्होंने उप-चुनाव की तारीखों में बदलाव कर दिया है.
इस दौरान, सपा प्रमुख ने मौजूदा समस्याओं का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि आज भी सूबे में लोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं. आज भी किसानों को खाद के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. उसे उसकी फसल का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से उसे आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. बिजली भी महंगी है. पढ़े लिखे युवाओं को धरना देना पड़ रहा है. आखिर में सरकार को अपने कदम पीछे खींचने पड़े. उन्हें युवाओं की मांगों के आगे झुकना पड़ा. यह लोग युवाओं के हितों का दावा करते हैं. लेकिन, यह लोग परीक्षा नहीं करवा पाए. ये लोग परीक्षा टालते हैं. इसके बाद कोर्ट में जाकर परीक्षा उलझा देते हैं. मगर इस बार सूबे का हर वर्ग भाजपा को हराने के लिए तैयार है.
–
एसएचके/
The post first appeared on .