Top News
Next Story
NewsPoint

आपूर्ति बढ़ने से टमाटर की कीमत में आई 22 प्रतिशत की गिरावट

Send Push

नई दिल्ली,17 नवंबर . केंद्र सरकार का कहना है क‍ि टमाटर की कीमत में लगभग 22 प्रतिशत की कमी आई है. सरकार के मुताबिक आपूर्ति बढ़ने से टमाटर की कीमतों में यह कमी आई है. मंडी में टमाटर की कीमत में आई कमी के कारण खुदरा कीमत में भी कमी आ रही है.

रविवार को केंद्रीय उपभोक्‍ता कार्य मंत्रालय ने बताया कि 14 नवंबर को टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 52.35 रुपये प्रति किलोग्राम था. यह 14 अक्टूबर को 67.50 रुपये प्रति किलोग्राम से 22.4 प्रतिशत कम है. इसी अवधि के दौरान, टमाटर की आवक में वृद्धि होने से आजादपुर मंडी में कीमतें लगभग 50 प्रतिशत घटकर 5,883 रुपये प्रति क्विंटल से 2,969 रुपये प्रति क्विंटल हो गई. पिंपलगांव, मदनपल्ले और कोलार जैसे बेंचमार्क बाजारों से भी मंडी की कीमतों में भी इसी तरह की कमी की सूचना मिली है.

कृषि विभाग के अनुमान के अनुसार, 2023-24 में टमाटर का कुल वार्षिक उत्पादन 213.20 लाख टन है. यह 2022-23 में 204.25 लाख टन से 4 प्रतिशत अधिक है. हालांकि टमाटर का उत्पादन पूरे वर्ष होता है, लेकिन उत्पादन क्षेत्रों और उत्पादन की मात्रा में मौसमी परिवर्तन होता रहता है. मौसम की प्रतिकूल स्थिति और आपूर्ति में मामूली व्यवधान के कारण भी टमाटर की कीमतों पर अत्याधिक प्रभाव पड़ता है.

अक्टूबर में टमाटर की कीमतों में उछाल आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अत्यधिक और लंबे समय तक बारिश के कारण था. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में टमाटर उत्पादन में सामान्य मौसमी प्रभाव से पता चलता है कि प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में अक्टूबर और नवंबर में बुवाई होती है. हालांकि, फसल की खेती की कम अवधि और टमाटर की फसल कई बार तोड़ने के कारण बाजार में टमाटर की निरंतर उपलब्धता रहती है.

केंद्र सरकार के मुताबिक मदनप्पल और कोलार के प्रमुख टमाटर केंद्रों पर आवक में कमी हुई है, लेकिन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों से मौसमी आवक के कारण कीमतों में कमी आई है. यह मौसमी आवक पूरे देश में टमाटर की आपूर्ति की कमी को पूरा कर रही है. अभी तक मौसम भी फसल के लिए अनुकूल रहा है.

जीसीबी/

The post first appeared on .

Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now