बीजिंग, 16 नवंबर . पेइचिंग में 15 नवंबर को विश्व चीनी भाषा सम्मेलन का उद्घाटन हुआ. इस मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बधाई पत्र भेजा और कन्फ्यूशियस संस्थान को उसकी 20वीं वर्षगांठ पर बधाई दी.
अपने बधाई पत्र में शी ने कहा कि भाषा मनुष्य के लिए विचारों के आदान-प्रदान का एक उपकरण है, सभ्यता को विरासत में देने का वाहक है, और समझ को बढ़ाने के लिए एक पुल है. चीनी भाषा चीनी राष्ट्र के हजारों वर्षों की सभ्यतागत बुद्धि को समाहित करती है और चीन द्वारा दुनिया को योगदान देने वाला महत्वपूर्ण सार्वजनिक सांस्कृतिक उत्पाद है. चीनी भाषा शिक्षा के विकास में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन और सेवा करना चीन की जिम्मेदारी है.
शी जिनपिंग ने बल देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय चीनी भाषा शिक्षा व्यापक रूप से लोकप्रिय है, जो खुलेपन और समावेशिता के आकर्षण को प्रदर्शित करती है, आपसी सीख के मूल्य को प्रदर्शित करती है. सभी पक्षों के लिए यह जीत सहयोग की भावना का ही नहीं, चीनी और विदेशी लोगों के संयुक्त प्रयासों का प्रतीक भी है. उन्हें आशा है कि विश्व चीनी भाषा सम्मेलन आपसी संपर्क और एकीकरण को मजबूत करते हुए विभिन्न पक्षों की आम सहमतियों को एकत्र कर सकेगा. भाषा आदान-प्रदान का पुल, समझ और आपसी विश्वास का पुल तथा सभ्यताओं के बीच आपसी सीख का पुल बनाने का प्रयास करेगा, ताकि हाथ मिलाकर मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय की स्थापना के लिए और ज्यादा नया योगदान दिया जा सके.
उल्लेखनीय है कि चीनी शिक्षा मंत्रालय की मेजबानी में यह सम्मेलन 15 से 17 नवंबर तक पेइचिंग में आयोजित किया जा रहा है. इसके उद्घाटन में 160 देशों और क्षेत्रों के दो हजार से अधिक सरकारी अधिकारियों, प्राचार्यों, विशेषज्ञों, विद्वानों, शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एकेजे/
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