इंफाल, 2 नवंबर . मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक पुलिस कांस्टेबल ने किसी मुद्दे पर कहासुनी के बाद शनिवार को अपने वरिष्ठ सहयोगी सब-इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस को अब तक यह पता नहीं चल सका है कि कहासुनी किस बात को लेकर हुई थी. आरोपी कांस्टेबल को अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया.
इंफाल में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना मोंगबंग गांव पुलिस चौकी पर हुई, जो इस समय क्षेत्र में जारी हिंसा के कारण कड़ी सुरक्षा में है.
क्षेत्र से प्रारंभिक रिपोर्टों का हवाला देते हुए, अधिकारी ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल बिक्रमजीत सिंह ने कथित तौर पर गुस्से में अपनी सर्विस राइफल से सब-इंस्पेक्टर शाहजहां पर गोली चलाई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जाता है कि शनिवार को दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.
गोलीबारी के पीछे के सटीक कारण और परिस्थितियां अब भी स्पष्ट नहीं हैं.
मृतक सब-इंस्पेक्टर थौबल जिले के यारीपोक तुलिहाल का निवासी था और जिरीबाम थाने के अंतर्गत मोंगबंग गांव पुलिस चौकी में तैनात था. आरोपी पुलिस कांस्टेबल इंफाल पूर्वी जिले के नाहरुप पैंगोंग माखोंग का था.
घटना के बाद जिरीबाम थाने के वरिष्ठ अधिकारी गहन जांच के लिए मौके पर पहुंचे. आरोपी कांस्टेबल से पूछताछ कर गोलीकांड से जुड़े तथ्यों का पता लगाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में बढ़ते तनाव के बीच कानून-व्यवस्था बनाए रखने और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में मणिपुर पुलिस के जवानों को मोंगबुंग गांव में तैनात किया गया है. दक्षिणी असम से सटे मिश्रित आबादी वाले जिरीबाम जिले में इस साल हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं. पिछले साल मई से पूर्वोत्तर राज्य के कई जिलों में जातीय हिंसा भड़कने के बाद भी जिले में कुल मिलाकर स्थिति अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रही है.
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एकेजे/
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