बेंगलुरु, 2 नवंबर . भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को कहा कि अगर लोग फिर से कांग्रेस को वोट देंगे तो सभी मंदिर और मठ मुसलमानों को सौंप दिए जाएंगे.
सूर्या ने बेंगलुरु में भाजपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “अगर मुफ्त की योजनाओं के लिए कांग्रेस को वोट दिया गया तो हमारे सभी मंदिर, घर और मठ मुसलमानों को सौंप दिए जाएंगे. यदि आप अभी भी कांग्रेस पार्टी को वोट देते हैं, तो भविष्य में कोई मुफ्त सुविधाएं नहीं मिलेंगी. धर्मस्थल और श्रृंगेरी जैसे हिंदू तीर्थस्थल अस्तित्व में नहीं रहेंगे.”
उन्होंने दावा किया कि राज्य में किसानों की अधिक जमीन को वक्फ संपत्ति के रूप में दर्ज किया जा रहा है. सूर्या ने दावा किया कि कर्नाटक में वक्फ बोर्ड ने 50 हजार एकड़ से अधिक भूमि पर दावा किया है. कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि किसानों की भूमि कब वक्फ बोर्ड को हस्तांतरित की जाएगी.
भाजपा नेता ने कहा, “मैंने यह मामला संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष के संज्ञान में लाया है. मैंने अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि वे किसानों की याचिकाएं प्राप्त करने के लिए हुबली और बेंगलुरु आएं. उनके 6 और 7 नवंबर को राज्य का दौरा करने की संभावना है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के निर्देश पर मंत्री जमीर अहमद खान वक्फ अदालतें आयोजित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, “वक्फ अदालत आयोजित करने का प्रावधान किस कानून के तहत किया गया है? वक्फ अदालत के लिए कानूनी स्थिति क्या है? संविधान का कौन सा प्रावधान वक्फ अदालत की अनुमति देता है? वक्फ अदालत कांग्रेस पार्टी का एक असंवैधानिक आविष्कार है. जब तक कांग्रेस पार्टी वक्फ अदालतों को बंद नहीं करती, तब तक भाजपा आंदोलन करेगी.”
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारतीय राज्यों के कई मामले जेपीसी के समक्ष आए हैं. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड ने उन मंदिरों पर दावा किया है जो इस्लाम के उदय से पहले अस्तित्व में थे. उन्होंने दावा किया, “जब भी चुनाव होता है, कांग्रेस वक्फ बोर्ड को सशक्त बनाती है.”
केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिए जेपीसी का गठन किया है. मिस्र और सिंगापुर ने वक्फ पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने दावा किया, “हम वक्फ पर प्रतिबंध की मांग नहीं कर रहे हैं. हम उनकी जमीन भी नहीं मांग रहे हैं. हमारी मांग स्पष्ट है. वक्फ को वह जमीन रखने दें जो उसके हक में है और उसे हमारी जमीन पर दावा नहीं करना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि मंत्री जमीर अहमद खान ने मुजराई और वक्फ की तुलना की है और कहा कि सभी मुजराई मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा, “वक्फ बोर्ड का कोई नियंत्रण क्यों नहीं है? क्या मंत्री जमीर वक्फ को सरकार के नियंत्रण में लाने के लिए तैयार हैं? केंद्र वक्फ की असीमित शक्ति को कम करने के लिए पूरी तरह तैयार है.”
बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे वक्फ भूमि के मुद्दों पर किसानों को भेजे गए सभी नोटिस तुरंत वापस लें. किसानों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और वक्फ बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह निर्देश दिया.
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