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महाराष्ट्र चुनावः अजित पवार ने नवाब मलिक और सना मलिक के लिए किया प्रचार, बीजेपी कर रही है उम्मीदवारी का विरोध

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष अजित पवार ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आज अपनी पार्टी के उम्मीदवार नवाब मलिक और उनकी बेटी सना मलिक के लिए मानखुर्द-शिवाजीनगर और अणुशक्तिनगर में प्रचार किया। खास बात ये है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में एनसीपी की सहयोगी बीजेपी गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के साथ कथित संबंधों के कारण नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध कर रही है।

राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री और अणुशक्तिनगर के विधायक नवाब मलिक मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी के उम्मीदवार हैं, जबकि सना अणुशक्तिनगर से एनसीपी की उम्मीदवार हैं। नवाब मलिक और सना के साथ अजित पवार ने खुली जीप में सवार होकर मुंबई में बड़ी रैली की और लोगों से पिता-पुत्री के लिए वोट देने की अपील की।

रोडशो की शुरुआत मानखुर्द इंदिरा नगर से हुई, जो पिचनल, कोवन बेकरी, सुन्नी जामा मस्जिद, दत्त मंदिर, देवनार ब्रिज और अन्य प्रमुख इलाकों से होती हुई टाटा कॉलोनी अजीज बाग तक पहुंची। अजित पवार ने रैली को संबोधित करते हुए नवाब मलिक और सना मलिक को उनके जनहित मिशन के लिए आदर्श नेता बताया। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक का लंबा राजनीतिक अनुभव और जनता की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता एक अमूल्य धरोहर है, उनकी नेतृत्व क्षमता से शिवाजी नगर में मादक पदार्थों और गुंडागर्दी का सफाया करना संभव होगा।

अजित पवार ने जनता से अपील की कि वे नवाब मलिक को विजयी बनाएं ताकि क्षेत्र में विकासात्मक योजनाओं को प्रभावी ढंग से शुरू किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि नवाब मलिक का संकल्प शिवाजी नगर को शांति और समृद्धि का केंद्र बनाना है। इसी दौरान, सना मलिक ने अणुशक्ति नगर के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी चुनावी मुहिम का उद्देश्य क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति में सुधार करना है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और जनता की सेवा के प्रति अपने संकल्प को दोहराते हुए लोगों को आश्वस्त किया कि अगर उन्हें सफलता मिली तो वह अणुशक्ति नगर को एक समृद्ध और विकसित क्षेत्र बनाएंगी।

यहां बता दें कि धनशोधन के एक मामले में फरवरी 2022 में गिरफ्तार किए गए नवाब मलिक को अगस्त 2023 में जमानत पर रिहा किया गया था। बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सत्तारूढ़ गठबंधन के उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने मलिक को विधानसभा चुनाव में उतारने का विरोध किया है।

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