गोवा में विपक्षी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर नौकरियां बेचने का आरोप लगाया और धन लेकर सरकारी नौकरी दिलवाने जैसे घोटाले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की।
एक संवाददाता सम्मेलन में गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अमित पाटकर ने आरोप लगाया कि कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लोग किसी न किसी तरह से बीजेपी से जुड़े हैं।
राज्य भर में दर्ज विभिन्न मामलों में कम से कम 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और ऐसी कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें यह आरोप लगाए गए हैं कि आरोपियों ने सरकारी नौकरी दिलाने के लिए रुपयों की मांग की थी।
पाटकर ने बताया कि हाल ही में कांग्रेस ने गोवा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आलोक कुमार को एक ज्ञापन देकर एक एसआईटी का गठन करने और घोटाले से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए बंबई उच्च न्यायालय की एक विशेष पीठ का गठन किए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘घोटाला सामने आने के बाद अब तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है कि बीजेपी सरकार पिछले 12 साल के अपने कार्यकाल के दौरान नौकरियां बेचती रही है।’’
पार्टी के नेता ने एसआईटी गठित नहीं किए जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ ने पूछा कि राज्य में पुलिस विभाग पर कोई कैसे भरोसा कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पद लाखों रुपये में बेचे जा रहे हैं, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक अपनी ही सरकार को ‘क्लीन चिट’ देने में व्यस्त हैं।’’
There's a clear lack of vision regarding employment issues. The Chief Minister's silence on our call for a judicial inquiry into the Cash for Jobs scam is deeply concerning. We ask citizens to step up and file complaints, we're here to offer full support." – LoP @Yurialemao9 pic.twitter.com/JwxACz72Zm
— Goa Congress (@INCGoa) November 14, 2024
कांग्रेस ने बुधवार को गोवा में 2019 के बाद की गई भर्तियों पर श्वेत पत्र जारी करने और सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति से जांच की मांग की।
गोवा में मंगलवार को पोंडा पुलिस ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में बीजेपी की महिला कार्यकर्ता श्रुति प्रभुगांवकर को गिरफ्तार किया।
राज्य में रुपये लेकर सरकारी नौकरियों में ‘‘घोटाला’’ तब प्रकाश में आया जब छह लोगों को कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री सावंत ने लोगों से कहा कि यदि उनके साथ इस तरह से धोखाधड़ी हुई है तो वे आगे आएं और शिकायत दर्ज कराएं।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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