उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। अपराह्न तीन बजे तक 41.92 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस के एक एसएचओ पर मतदाताओं को धमकाने और वोट डालने से रोकने के आरोप लगाए हैं। अखिलेश ने एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया। इस वीडियो में पुलिस अधिकारियों से महिला कह रही है कि गोली मराने के आदेश नहीं है, इसके जवाब में पुलिस वाला कहता है कि उसे गोली मारने के आदेश हैं।
अखिलेश यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के एसएचओ को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित किया जाए, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं।'
मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के SHO को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित किया जाए, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं। @ECISVEEP @SECUttarPradesh@rajivkumarec@spokespersonECI@ceoup#ECI#YouAreTheOne#IVoteForSure#UPPolitics#SamajwadiParty pic.twitter.com/WfiygzqO0t
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इधर 9 सीटों के लिए मतदान शांति तरीके से जारी है। अपराह्न साढ़े तीन बजे राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सबसे ज्यादा 50.03 प्रतिशत मतदान कुंदरकी में हुआ, जिसके बाद मीरापुर में 49.06 प्रतिशत, कटेहरी में 49.29 प्रतिशत, मझवां में 43.64 प्रतिशत, खैर में 39.86 प्रतिशत, सीसामऊ में 40.29 प्रतिशत, फूलपुर में 36.58 प्रतिशत और सबसे कम गाजियाबाद में 27.44 प्रतिशत मतदान हुआ।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, शांतिपूर्ण तरीके वोट डाले जा रहे हैं और कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
उपचुनाव के लिये कुल 1917 मतदान केन्द्र और 3718 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। उपचुनाव में 18.46 लाख से अधिक पुरुष और 15.88 लाख से अधिक महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगी। मतगणना 23 नवंबर को होगी।
मौसम ठंडा रहने के बावजूद बुजुर्ग, युवा और यहां तक कि दिव्यांग भी सुबह से ही मतदान केंद्रों पर दिखाई दिए।
कुंदरकी में मतदान केंद्र के बाहर व्हीलचेयर पर बैठी बबीता ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे हाथ पैर काम नहीं करते हैं। मुझे एक सहायक मिला था।’’
करहल में एक मतदान केंद्र के बाहर बुर्का पहने एक महिला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपनी मर्जी से अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डाला है।’’
फूलपुर में एक मतदान केंद्र पर कतार में खड़े एक व्यक्ति ने कहा कि उनके लिए ‘‘विकास’’ अहम मुद्दा है जबकि दूसरे ने कहा कि ‘‘कानून-व्यवस्था’’ राज्य में एक प्रमुख मुद्दा है।
समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक समाचार चैनल का वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। ये मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं। लाठी मारने की धमकी भी दे रहे हैं। साथ ही समाचार चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं। ऐसे अधिकारी की पहचान की जाए और तत्काल निलंबित किया जाए।’’
कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भाजपा के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं। ये मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं। लाठी खाने की धमकी भी दे रहे हैं। साथ ही न्यूज़ चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं। ऐसे अधिकारी को चिन्हित किया जाए और तत्काल निलंबित किया जाए। pic.twitter.com/Ktm5DK8xLz
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इससे पहले यादव ने उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने और दंडात्मक कार्रवाई करने तथा निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपील की।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘माननीय उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से आग्रह है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया भी सुनिश्चित करें। जो भी पुलिस अधिकारी पहचान पत्र और आधार आईडी जांच रहे हैं, वीडियो के आधार पर उनकी पहचान कर उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र जांचने का कोई अधिकार नहीं है।’’
माननीय सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग से अपील है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया को भी सुनिश्चित करें। जो भी पुलिस अधिकारी वोटर कार्ड और आधार आईडी चेक कर रहे हैं, उन्हें वीडियो के आधार… pic.twitter.com/VHQ1aAcIjM
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 20, 2024
जिन नौ सीट पर उपचुनाव हो रहा है उनमें से आठ सीट मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उनके विधानसभा से इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ में मौजूदा समाजवादी पार्टी (एसपी) विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द किए जाने के चलते उपचुनाव हो रहा है।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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