गाजियाबाद: गाजियाबाद की भारत सिटी फेज-2 सोसायटी में गुरुवार रात 9 बजे जी-6 टावर में रहने वाले शिव कुमार मिश्रा की ढाई साल की बच्ची पर प्रतिबंधित डॉग ने हमला कर दिया। पीड़ित के अभिभावक ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़ित बच्ची जी-1 टावर में लिफ्ट के पास अपनी 6 साल की बड़ी बहन के साथ खेल रही थी। तभी अचानक से वहां बिना मजल के घूम रहे प्रतिबंधित डॉग ने बच्ची पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, डॉग उस समय इतना आक्रामक हो गया था कि उसका मालिक भी उसे कंट्रोल नहीं कर पा रहा था। बड़ी मुश्किल से बच्ची को डॉग से छुड़वाया गया। उसके पैरंट्स बच्ची को हॉस्पिटल ले गए और उसका उपचार करवाया। पीड़ित के पिता ने बताया कि बच्ची कि चेहरे पर तीन कैटिगरी में इंजरी हैं, जिससे उसका काफी खून भी बह गया। इस घटना कि बाद से निवासियों में काफी रोष है। इधर, पुलिस ने डॉग मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।बच्ची के पिता शिव कुमार ने बताया कि गुरुवार को लगभग पौने नौ बजे वह परिवार के साथ जी-1 टॉवर में रहने वाले एक मित्र के यहां जा रहे थे। लिफ्ट का इंतजार कर रहे थे। दोनों बच्चियां वहीं खेलने लगीं। तभी पोडियम के पास से एक डॉग आया और अचानक छोटी बेटी पर हमला कर उसके चेहरे को नोंचने लगा। 'डॉग का रजिस्ट्रेशन भी नहीं'उन्होंने बताया कि हमले के बाद उनकी बेटी बहुत घबराई हुई है। डॉग बहुत खतरनाक किस्म का है। डॉग का मालिक सोसायटी में किराये पर रहता है। जी-1 टावर के लोगों से पता चला है कि डॉग का रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है। न ही उसका टीकाकरण किया गया है। चेन से भी नहीं बांधा थानिवासियों का कहना है कि कुछ समय पहले डॉग मालिक को मज़ल और चेन पहनाकर ही साथ बाहर निकलने की हिदायत भी दी गई थी। वहीं, ये डॉग पहले भी दो-तीन लोगों पर हमला कर चुका है। गनीमत यह रही कि अभी तक किसी को काट नहीं पाया था। घटना से नाराज निवासियों ने शुक्रवार को डॉग मालिक के घर जाकर डॉग को बाहर करने और नियमों का पालन करने की हिदायत दी। इस बीच गहमागहमी होने पर मौके पर पुलिस भी पहुंची। सभी को समझा बुझाकर वापस भेज दिया गया। इस मामले में पशु चिकित्सक एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम डॉ़ आशीष त्रिपाठी का कहना है कि वह अपनी टीम भेजकर मामले की जांच करेंगे। पुष्टि के आधार पर उचित कार्रवाई भी की जाएगी। आरडब्ल्यूए न होने से फॉलो नहीं होते नियमटावर के लोगों का कहना है कि उन्होंने भी डॉग मालिक को समझाया कि यह खतरनाक डॉग है। लेकिन मालिक ने उनकी बात अनसुनी कर दी। निवासी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि सोसायटी में अभी आरडब्ल्यूए नहीं बनी है, आईआरपी मेंटिनेंस देख रही है। पेट मालिक खतरनाक डॉग को खुला लेकर घूमता है। बच्चों के खेलने की जगह पर डॉग का प्रवेश हो प्रतिबंधितभारत सिटी संकल्प समिति के अनुसार, इस समस्या का समाधान निकालने के लिए संबंधित विभागों से ठोस कदम उठाने की अपील की गई है। समिति ने मांग की है कि सोसायटी में कुत्तों के लिए उचित भोजन स्थल बनाए जाएं। बच्चों के खेलने के स्थान पर डॉग का प्रवेश प्रतिबंधित हो और पालतू डॉग के मालिकों के लिए पंजीकरण व टीकाकरण अनिवार्य किया जाए। निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और सोसायटी की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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