नासा के एक कर्मचारी ने 'दि न्यू यॉर्क पोस्ट' को बताया, 'उनका वजन बहुत कम हो गया है और अब वो सिर्फ हड्डियों का ढांचा रह गई हैं। उनका वजन कम होना रोकना और उसे बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है।'
विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी विलमोर को आठ दिनों के लिए ही ISS पर रहना था। लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण वे अंतरिक्ष में ही फंस गए हैं। स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल उन्हें वापस धरती पर लाएगा, लेकिन यह फरवरी से पहले वापस नहीं आएगा। चलिए समझते हैं कि उनका वजन क्यों कम हो रहा है और एक आम इंसान को वजन बनाए रखने के लिए क्या किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मिशन से पहले था लगभग 63 किलो वजन
द न्यू यॉर्क की एक रिपोर्ट (ref) के अनुसार, 5 फुट 8 इंच की विलियम्स ने लगभग 140 पाउंड (63 किलो) वजन के साथ मिशन शुरू किया था। लेकिन अंतरिक्ष में ज्यादा समय तक रुकने का असर उनकी सेहत पर पड़ा है।
स्पेस में नहीं मिल पा रही हाई-कैलोरी डाइट
रिपोर्ट के अनुसार, विलियम्स हाई-कैलोरी डाइट नहीं ले पा रही हैं जो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जरूरी होती है। अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर रहने वाले इंसानों से दोगुनी कैलोरी लेनी पड़ती है। वजन बढ़ाने के लिए विलियम्स को रोजाना 5,000 कैलोरी तक लेने की जरूरत है। वजन बनाए रखने के लिए उन्हें हर दिन लगभग 3,500 से 4,000 कैलोरी लेनी पड़ती है।
हड्डियों का बनता जा रहा ढांचा
हाई-कैलोरी खाने के अलावा, उन्हें शून्य गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण में अपनी मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए हर दिन दो घंटे से ज्यादा ज़्यादा व्यायाम भी करना पड़ता है, जिससे उनकी और भी कैलोरी बर्न होती है। दौड़ने की शौकीन विलियम्स 2007 में ट्रेडमिल पर बोस्टन मैराथन के साथ दौड़कर अंतरिक्ष में मैराथन दौड़ने वाली पहली शख्स बनी थीं। रिपोर्ट के मुताबिक, नासा के डॉक्टरों ने एक महीने पहले ही विलियम्स के स्वास्थ्य पर काम करना शुरू कर दिया था। ऐसा उन तस्वीरों के वायरल होने से पहले ही किया गया था जिनमें उनकी सेहत को लेकर दुनिया भर में चिंता जताई गई थी।
धरती पर वजन बनाए रखने के लिए कितनी कैलोरी चाहिए
धरती पर एक आम महिला को अपना वजन बनाए रखने के लिए लगभग 1,600 से 2,400 कैलोरी की जरूरत होती है। यदि आप पर्याप्त कैलोरी का सेवन नहीं करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा बचाने के लिए अपने मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को धीमा कर देगा। इससे आपकी सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं।
पर्याप्त कैलोरी नहीं मिलने के नुकसान
थकावट महसूस होना: आपको ठंड लग सकती है और ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।पाचन समस्याएं: आपको कब्ज या अन्य पाचन समस्याएं हो सकती हैं।मस्तिष्क कार्य पर प्रभाव: मस्तिष्क को ऊर्जा के लिए कैलोरी की जरूरत होती है, इसलिए बहुत कम कैलोरी लेने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।पित्ताशय की पथरी: कैलोरी को गंभीर रूप से सीमित करने से तेजी से वजन घट सकता है, जो पित्ताशय की पथरी का कारण बन सकता है।ईटिंग डिसऑर्डर: अत्यधिक डाइटिंग से खाने की आदतों में गड़बड़ी और खाने से संबंधित विकार (Eating Disorder) हो सकता है।अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: बहुत कम कैलोरी लेने से एनीमिया, एनोरेक्सिया और हड्डियों की कमजोरी जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
You may also like
सूखी खांसी से छूटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय आजमाये, जल्द मिलेगी राहत
शिमला के ग्रामीण क्षेत्र में लगी भीषण आग, चार घर जले
रियाद-तेहरान रिश्तों में अहम पड़ाव, वरिष्ठ सऊदी सैन्य अधिकारी ने ईरान का किया दौरा
लड़की बहिन योजना: महिला सशक्तिकरण की दिशा में महाराष्ट्र सरकार का ऐतिहासिक कदम
यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को पर 34 ड्रोन से जानलेवा हमला किया