उज्जैन: जिले के नागदा में लोकायुक्त की 10 लोगों ने टीम ने छापामार कार्रवाई की है। एक पुलिस हेड कॉन्स्टेबल को 4500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया है। इसके बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। लोकायुक्त की टीम ने बताया कि यह कार्रवाई एक फरियादी की शिकायत पर की गई है।लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने मीडिया को बताया कि बिरला ग्राम नागदा निवासी बृजेश विश्वकर्मा और एक अन्य के बीच रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद था। जिसको लेकर दोनों पक्षों के लोग थाना बिरला ग्राम में मामला दर्ज कराने पहुंचे तो यहां पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल योगेन्द्र सेंगर ने मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करने के एवज में 4500 रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। शिकायत की पुष्टि के बाद ऐसे दबोचा कार्रवाई में करने वाले लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक का कहना है कि फरियादी ने 2 दिन पहले 14 तारीख को लोकायुक्त एसपी उज्जैन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसकी पुष्टी करने के बाद शनिवार को यह कार्रवाई की गई है। आरोपी हेड कांस्टेबल योगेंद्र सेंगर को थाने के बाहर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया गया है। आरोपी ने बताई चौंकाने वाली बातआरोपी हेड कांस्टेबल योगेन्द्र सेंगर ने लोकायुक्त पुलिस को पूछताछ में बताया कि शिकायत पर कार्यवाही न करने के एवज में उप निरीक्षक आनंद सोनी को 4500 रुपए की रिश्वत देना है। लोकायुक्त की टीम ने हेड कॉन्स्टेबल योगेंद्र सेंगर के खिलाफ धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के अधीन प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।
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