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धार्मिक नगरी का माहौल खराब होने का आरोप, धार्मिक भावनाओं के आहत होने की चर्चा, ऋषिकेश में सनबर्न फेस्टिवल रद्द

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कल्याण दास, देहरादून: उत्तर प्रदेश के टिहरी गढ़वाल जिले के ऋषिकेश के मुनि की रेती क्षेत्र में होने वाले सनबर्न फेस्टिवल को रद्द कर दिया गया है। गंगा नदी के पास एक रिसॉर्ट में 28-29 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन होने वाला था। सनबर्न म्यूजिक फेस्टिवल का दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से विरोध किया जा रहा था। इन संगठनों का तर्क था कि इस कार्यक्रम के आयोजन से आध्यात्मिक नगरी में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी और अनुचित व्यवहार को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम की टिकट बिक्री कर रहे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बुकमाईशो ने शुक्रवार शाम को बुकिंग रद्द कर दी। टिकट के पैसे रिफंड किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के 1200 रुपये प्रति टिकट की कीमत वाले करीब 1000 टिकट पहले ही बिक चुके थे। विशेष शर्तां के तहत मिली थी अनुमतिस्थानीय प्रशासन ने 19 सितंबर को विशेष शर्तों के तहत फेस्टिवल के आयोजन की अनुमति दी थी। इसमें रात 10 बजे के बाद संगीत पर प्रतिबंध लगाया गया था। प्रशासन ने आयोजकों को निर्देश दिए थे कि यह सुनिश्चित करना शामिल था कि साइट पर कोई नशीला पदार्थ न खाया जाए। हालांकि, 22 सितंबर को सोशल मीडिया पर भारी विरोध और पुलिस की स्थानीय खुफिया इकाई की रिपोर्ट के बाद अनुमति रद्द कर दी गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने दक्षिणपंथी समूहों और स्थानीय निवासियों की बढ़ती चिंताओं का हवाला देते हुए कहा कि अगर दिल्ली, हरियाणा और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में युवा भीड़ इस कार्यक्रम में शामिल होती है तो इससे संभावित गड़बड़ी हो सकती है। माहौल खराब होने का हवालानागरिक परिषद के अध्यक्ष चंद्रभूषण शर्मा शहर का माहौल खराब होने का हवाला देते हैं। वह इस फेस्टिवल को रोकने के अभियान में शामिल थे। वे कहते हैं कि इस कार्यक्रम से शहर का माहौल खराब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह हमारी धार्मिक भावनाओं का घोर अपमान होता। हमें यह सुनिश्चित करना था कि इस कार्यक्रम को रोका जाए। एसडीएम ने जारी किया आदेशकार्यक्रम को रद्द करने का आदेश नरेंद्रनगर के एसडीएम की ओर से जारी किया गया है। एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी की ओर से जारी किए गए प्रारंभिक अनुमति आदेश और बाद में रद्द करने के नोटिस की प्रतियों की समीक्षा में कई बातें साफ हो जाती हैं। बाद के आदेश में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि कार्यक्रम स्थल के पास प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन शांति को भंग कर सकते हैं। इसके कारण फेस्टिवल को रद्द करने का निर्णय लिया गया। आयोजक नहीं थे गंभीरनागरिक परिषद के एक अन्य सदस्य दिव्यांशु नेगी ने कहा कि हमने आयोजकों को धार्मिक भावनाओं से अवगत कराया, लेकिन उन्होंने हमें गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हम अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि भविष्य में होने वाले किसी भी कार्यक्रम में क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का सम्मान किया जाए। डीएम का आया बयानटिहरी गढ़वाल के डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस रिपोर्ट के आधार पर किसी कार्यक्रम को अनुमति दी जाती है। उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को भविष्य में किसी भी संघर्ष या गड़बड़ी से बचने के लिए कार्यक्रमों को मंजूरी देते समय सतर्क रहने का निर्देश दिया है। 2009 से हो रहा है आयोजनसनबर्न फेस्टिवल का आयोजन वर्ष 2009 से देश में आयोजित किया जा रहा है। इसे एशिया का सबसे बड़ा संगीत समारोह माना जाता है। पहली बार इसका आयोजन ऋषिकेश में होने जा रहा था। हालांकि, यह फेस्टिवल अपने गोवा संस्करण से सबसे अधिक जुड़ा हुआ है। हालांकि, इसे पहले 2017 में देहरादून में आयोजित किया गया था। इस साल के ऋषिकेश लाइन-अप में प्रोब्रोस, जूलिया ब्लिस, रेवटेक और अन्य के परफॉर्मेंस होने वाले थे। इस फेस्टिवल को पहले भी विरोध का सामना करना पड़ा है। हालांकि, इसे पूरी तरह से रद्द करना दुर्लभ घटना माना जा रहा है। पहले भी लग चुका है प्रतिबंधवर्ष 2014 में सनबर्न फेस्टिवल को ड्रग के उपयोग, सुरक्षा और स्थानीय संस्कृति पर इसके प्रभाव जैसी चिंताओं के कारण गोवा में प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। 2017 में पुणे में भी इसी तरह का विरोध हुआ था। वहां भी दक्षिणपंथी समूहों और स्थानीय समुदायों ने अश्लीलता और नशीली दवाओं के उपयोग के बारे में चिंता जताई थी।पुणे में विरोध के बावजूद आयोजन स्थल बदलने के बाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 2019 में गोवा सरकार ने पर्यावरण संबंधी चिंताओं और स्थानीय समुदाय पर फेस्टिवल के प्रभाव को लेकर बढ़ती आलोचना के कारण सनबर्न फेस्टिवल के लिए सरकारी सपोर्ट वापस ले लिया।
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