नई दिल्ली: लकड़बग्घा... जंगल का वो जानवर, जो अक्सर किसी शेर के शिकार से बचे हुए भोजन को खा जाते हैं। अब आप सोचेंगे कि अगर ये जानवर शेर के मुंह से उसका निवाला छीनने की हिम्मत दिखाता है, तो फिर शेर तो इसको मारकर खा जाता होगा। लेकिन, ऐसा नहीं है। जंगल में शेर और लकड़बग्घे के बीच की ये तकरार बड़ी ही पेचीदा है। इन दोनों के बीच काफी कड़ा मुकाबला रहता है और अक्सर इनमें दुश्मनी भी हो जाती है। हालांकि शेर लकड़बग्घे को मार तो देता है, लेकिन उसे खाता नहीं है। शेर और लकड़बग्घा, दोनों ही बड़े शिकारी जानवर हैं और एक ही तरह के इलाकों में रहते हैं। यही वजह है कि अक्सर इनके बीच इलाके, शिकार और दूसरे संसाधनों को लेकर झगड़ा होता रहता है। ये दोनों ही जिंदा रहने के लिए एक जैसे जानवरों का शिकार करते हैं। हालांकि इस दुश्मनी के बावजूद, शेर आमतौर पर लकड़बग्घों का शिकार नहीं करते और न ही उन्हें खाते हैं। मिलकर छीनते हैं शेर से उसका शिकारलकड़बग्घे को एक मौकापरस्त जानवर माना जाता है। ये अक्सर 80 तक के बड़े झुंड में शिकार करते हैं। 10-20 लकड़बग्घों का एक छोटा समूह भी उन शेरों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है जो अपने ताजा शिकार की रखवाली कर रहे होते हैं। लकड़बग्घे अपनी ज्यादा संख्या का फायदा उठाकर शेरों को तब तक परेशान करते रहते हैं, जब तक कि डर के मारे वे पीछे हटने पर मजबूर न हो जाएं। मांदों को निशाना बनाते हैं शेरतंजानिया के नागोरोंगोरो क्रेटर में किए गए अध्ययनों से पता चला है कि शेरों के 71 फीसदी तक शिकार को लकड़बग्घे चुरा लेते हैं। शिकार करने के बाद आमतौर पर नर शेर मादा से पहले खाना शुरू करते हैं। इसकी वजह से लकड़बग्घों को बचा हुआ खाना खाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाने पड़ते हैं। इसका बदला लेने के लिए, शेरों के झुंड अक्सर लकड़बग्घों की मांदों को निशाना बनाते हैं ताकि उनसे मुकाबला खत्म हो सके। सबकुछ खा जाते हैं लकड़बग्घेलकड़बग्घों के जबड़े बहुत मजबूत होते हैं और उनका दंश दुनिया के सबसे ताकतवर दंशों में से एक होता है। इसकी मदद से वे उन हड्डियों को भी तोड़कर खा सकते हैं जिन्हें दूसरे जानवर नहीं खा सकते। इसके अलावा, उनके पेट का एसिड बहुत तेज और पाचन तंत्र बेहद मजबूत होता है। इसकी वजह से वे जानवरों की खाल, खुरों और ऐसे अंगों को भी खा सकते हैं, जिन्हें ज्यादातर जानवर नहीं खाते। इस वजह से शेर लकड़बग्घे को नहीं खाताहालांकि, ऐसा करने से लकड़बग्घे के शरीर में कई तरह के परजीवी पैदा हो जाते हैं। इस स्थिति में शेर इनका मांस खाने से बचता है। हालांकि, शेर कभी-कभी उन लकड़बग्घों को मार देते हैं, जो उनके ताजा शिकार या उनके इलाके के बहुत करीब आ जाते हैं। शेरों द्वारा लकड़बग्घों को खाने की कुछ दुर्लभ घटनाएं हुई हैं, लेकिन ऐसा अपनी पसंद से नहीं बल्कि अकाल के समय मजबूरी में किया गया। रिसर्च में भी हुआ साबितबोत्सवाना के चोब नेशनल पार्क में मांसाहारी जानवरों के बीच होने वाली घटनाओं पर किए गए 20 साल की रिसर्च में पाया गया कि 274 अंतर-प्रजाति शिकार की घटनाओं में से किसी में भी शेरों ने लकड़बग्घों को खाना खाने के लिए नहीं मारा था। दूसरी रिसर्च में केन्या, तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका के संरक्षित इलाकों में भी ऐसे ही नतीजे मिले।
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