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एमपी सरकार में सिंधिया समर्थकों की बल्ले-बल्ले, दलबदल के बाद इन बड़े नेताओं को मिला झुनझुना

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भोपाल: मध्य प्रदेश में यूं तो दलबदल की प्रथा पुरानी है। लेकिन साल 2020 में दलबदल के बाद का जो सीन दिखा, वह शायद किसी और राज्य में देखने को मिले। कांग्रेस के तत्कालीन नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आने वाले नेताओं को जमकर रेवड़ियां मिलीं, लेकिन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ज्वाइन करने वाले कांग्रेसी अब भी खाली हाथ हैं। जबकि सिंधिया समर्थक अब भी अच्छे पदों पर जमे हुए हैं।विधानसभा चुनाव से पहले जोश-जोश में 'होश' खोने वाले पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान को भला-बुरा कहा था, लेकिन कुछ दिनों पहले उनकी भाजपा में घर वापसी हो चुकी है। एमपी में किस नेता को क्या मिला? इन सभी का विश्लेषण किया जाए तो पता चलता है कि सिंधिया के साथ भाजपा में आए नेताओं का तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर डॉ. मोहन कैबिनेट तक में दबदबा रहा है। जबकि विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में कांग्रेस छोड़कर जो लोग भाजपा में आए, ज्यादातर हताश दिख रहे हैं।कई नेता अभी भी हाथ मल रहेदरअसल, अब प्रदेश के निगम मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों की सूचियां तैयार की जा रही हैं। भाजपा के संगठन चुनाव के बाद उन्हें मंत्री दर्जा मिल जाएगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूत, एंदल सिंह कंषाना मोहन सरकार में मंत्री बने हुए हैं। जबकि भाजपा में अलग से शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी अब तक खाली हाथ हैं। पचौरी भी खाली हाथकहा जाता है कि पचौरी को सिंधिया के सांसद चुने जाने के बाद रिक्त होने वाली राज्यसभा की सीट देने का आश्वासन मिला था, लेकिन अब वे हाशिए पर हैं। छिंदवाड़ा के दीपक सक्सेना, कांग्रेस विधायक रहे और बाद में भाजपा से विधायक बने कमलेश शाह को भी मंत्री बनाने का वादा करने की बात कही जा रही थी, लेकिन यह सभी खाली हाथ हैं। यह नेता कर चुके दलबदलबता दें कि प्रदेश में पिछले चार वर्ष से दल-बदल का खेल चल रहा है। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से भाजपा में आए 7 नेताओं मोहन सिंह राठौर, ब्रजबिहारी पटेरिया, राजेश शुक्ला, सिद्धार्थ तिवारी, सचिन बिरला, छाया मोरे और कामाख्या प्रताप सिंह को टिकट दिया। यह सभी अब विधायक हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले भी पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश व जिला पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं।
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