Tips For Study in Germany: विदेश में पढ़ाई करना काफी ज्यादा खर्चीला होता है, जिस वजह से बहुत से भारतीय छात्र ऐसे मुल्कों में पढ़ना पसंद करते हैं, जहां ट्यूशन फीस कम हो। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में तो फीस लाखों रुपये में होती है। हालांकि, दुनिया का एक ऐसा भी देश है, जहां पढ़ने पर या तो नाम मात्र ट्यूशन फीस देनी होती है या ये पूरी तरह से फ्री होती है। इस देश का नाम जर्मनी है, जहां भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर से छात्र आकर हर साल पढ़ाई कर रहे हैं।जर्मनी अपनी किफायती शिक्षा की वजह से धीरे-धीरे भारतीय छात्रों के बीच पॉपुलर होता जा रहा है। लगातार दूसरे साल भारतीय छात्र जर्मनी में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों में सबसे बड़ा समूह रहे। 'जर्मन अकेडमिक एक्सचेंज सर्विस' (DAAD) के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले जर्मनी में भारतीय छात्रों की संख्या में 15.1% का इजाफा हुआ है। विंटर सेमेस्टर 2023-24 में 49,483 भारतीय छात्र जर्मनी में पढ़ाई कर रहे थे। ऐसे में आइए जानते हैं कि जर्मनी में पढ़ने जाने से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए। जर्मनी में पढ़ने से पहले किन बातों का रखें ख्याल?
- घर की तलाश: जर्मनी पहुंचने पर रहने के लिए घर ढूंढना मुश्किल और महंगा हो सकता है। इसलिए पहले से घर ढूंढना बेहतर फैसला होता है, इससे आपको जर्मनी में बसने में आसानी होगी।
- भाषा: किसी भी छात्र के लिए जर्मन सीखना बहुत फायदेमंद होता है। इसकी वजह से आपके रोजमर्रा के काम आसान हो जाएगा। साथ ही साथ आपको लोगों के साथ घुलने-मिलने में भी आसानी होगी।
- कोर्स ढूंढना: छात्रों को हमेशा जर्मनी पढ़ने जाने से पहले अपने कोर्स के बारे में रिसर्च कर लेना चाहिए। जिस कोर्स में पढ़ाई करना है, उसके लिए फॉर्म कब निकलते हैं। इस बारे में भी जानना जरूरी है, ताकि आवेदन करने से चूकने की संभावना नहीं हो।
- वीजा और रेजिडेंस परमिट: गैर-यूरोपियन यूनियन छात्र जब जर्मनी में पढ़ने आते हैं तो उन्हें स्टूडेंट वीजा की जरूरत होती है। उन्हें जर्मनी पहुंचने के साथ ही रेजिडेंस परमिट के लिए भी अप्लाई कर देना चाहिए।
- हेल्थ इंश्योरेंस: जर्मनी में हेल्थ इंश्योरेंस अनिवार्य है। अच्छी बात है कि छात्रों के लिए सस्ते सार्वजनिक हेल्थ इंश्योरेंस विकल्प उपलब्ध हैं। आप भी इन हेल्थ इंश्योरेंस को ले सकते हैं।
- संस्कृति को समझना: जर्मन संस्कृति जैसे की समय की पाबंदी और निजता को समझना आपको वहां के लोगों के साथ घुलने मिलने में मदद करेगा। इसलिए जर्मनी जाने से पहले वहां की संस्कृति को अच्छे से समझ लेना चाहिए।
- पार्ट-टाइम काम: दुनिया के कई सारे देशों की तरह जर्मनी में भी पार्ट-टाइम काम करने की इजाजत है। बहुत से छात्र अपना खर्च उठाने के लिए पार्ट-टाइम काम करते हैं। लेकिन पढ़ाई के साथ काम करते समय यह ध्यान रखें की पढ़ाई पर असर न पड़े।
- नेटवर्किंग और सामाजिक जुड़ाव: क्लब और यूनिवर्सिटी के कार्यक्रमों में भाग लेने से छात्रों को नए लोगों से मिलने और जान पहचान बढ़ाने में मदद मिलती है।
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